Muzaffarpur 23 December :LS College में कॉलेज के पूर्व प्राचार्य एवं भौतिकी विभागाध्यक्ष प्रो. तृप्ति नारायण सिंह के निधन पर शोक सभा आयोजित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गयी. वक्ताओं ने प्रो सिंह के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डाला तथा उनसे जुड़ी यादें साझा की.
LS College प्रो. तृप्ति नारायण सिंह के निधन पर शोक सभा
अपने शोक संदेश में प्राचार्य प्रो ओमप्रकाश राय ने कहा कि प्रो टीएन सिंह ऐसे शिक्षक थे जिन्होंने न केवल छात्रों को ज्ञान दिया बल्कि उन्हें प्रेरित भी किया. प्रो. सिंह एक अनुभवी शिक्षक और कुशल प्रशासक थे जिन्होंने कॉलेज के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया. उनके नेतृत्व में कॉलेज ने कई उपलब्धियां हासिल कीं. प्राचार्य प्रो राय ने कहा कि कॉलेज के प्राचार्य के रूप में प्रो सिंह का कार्यकाल भले ही छोटा रहा हो, लेकिन उन्होंने कॉलेज के प्रशासनिक ढांचे में कई उल्लेखनीय सुधार किए. प्रो. सिंह ने अपने अध्यापन से न केवल छात्रों के शैक्षणिक ज्ञान में बढ़ोतरी की, बल्कि उन्होंने नैतिक और सामाजिक मूल्यों को भी अपने शिक्षण में शामिल किया. उनके विचारों और शिक्षण को आज भी कई लोग अपनाते हैं. उनकी शिक्षाएं आगे के पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी रहेंगी. प्रो. सिंह के निधन से न केवल लंगट सिंह कॉलेज बल्कि समूचे शिक्षा जगत को एक कुशल शिक्षक और प्रशासक खो दिया है.

आरडीएस कॉलेज के प्राचार्य के रूप में भी उनका कार्यकाल उपलब्धियों भरा रहा. कॉलेज और शिक्षा जगत में उनका योगदान हमेशा याद रखा जाएगा. भौतिकी विभागाध्यक्ष प्रो गोपालजी ने अपनी श्रद्धांजलि देते हुए कहा प्रो सिंह इसी कॉलेज से अध्ययन करने के पश्चात 1963 से 1999 तक, बीच के दो वर्षों को छोड़कर कॉलेज से जुड़े रहे.

1996 से 1998 तक वे आरडीएस कॉलेज के प्राचार्य रहे तथा 1998 से 1999 तक फ़िर एलएस कॉलेज प्राचार्य रहे तथा यही से सेवानिवृत हुए. वे एक महान शिक्षक और प्रेरणास्रोत थे. सभा में पूर्व प्राध्यापक प्रो ओपी रमन, डॉ दिलीप कुमार यादव तथा रमेश महतो ने भी अपने विचार व्यक्त किए.
RC College Sakra डॉ शांतनु बने आरसी कॉलेज सकरा https://t.co/GhVP1X4Myu #Muzaffarpur
— RAJESH GOLTOO (@GOLTOO) December 23, 2024
शोक सभा में दिवंगत आत्मा की सम्मान में दो मिनट का मौन भी रखा गया.शोक सभा में श्रद्धांजलि देने वालों में प्रो एसआर चतुर्वेदी, प्रो टीके डे, प्रो फैयाज अहमद, प्रो शैलेन्द्र सिन्हा, ले.(डॉ) राजीव कुमार, डॉ ऋतुराज कुमार, डॉ अर्धेंदु, डॉ नवीन कुमार, डॉ प्रदीप कुमार, सुधीर कुमार, सुजीत कुमार, ऋषि कुमार, सत्येंद्र कुमार आदि शामिल रहे।