Patna 6 March : University Guest Teacher बिहार राज्य विश्वविद्यालयअतिथि सहायक प्राध्यापक संघ के तत्वावधान में बिहार राज्य के 12 विश्वविद्यालयों के अतिथि प्राध्यापक अपनी सेवा नियमितीकरण की मांग को लेकर आज गर्दनीबाग, पटना में धरना पर बैठे।
University Guest Teacher सेवा नियमितीकरण की मांग को लेकर अभूतपूर्व धरना
ज्ञात हो कि ये अतिथि प्राध्यापक पिछले कई वर्षों से राज्य के विभिन्न विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में अपनी सेवाएँ प्रदान कर रहे हैं। इनकी नियुक्ति विश्वविद्यालय चयन समिति द्वारा यूजीसी के मानदंडों और आरक्षण-रोस्टर प्रणाली के अनुपालन के साथ बिहार सरकार के संकल्प के अनुसार की गई है। इन शिक्षकों ने उच्च शिक्षा की गुणवत्ता बनाए रखने और छात्रों को निर्बाध शिक्षण सुविधा प्रदान करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
“अतिथि प्राध्यापकों के वर्षों की सेवा की अनदेखी करना न्याय संगत नहीं : एमएलसी प्रो संजय कुमार सिंह”
विगत वर्षों में विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में स्थायी शिक्षकों की भारी कमी रही है, इसके बावजूद इन अतिथि प्राध्यापकों ने शिक्षा व्यवस्था को सुचारु रूप से चलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इनके समर्पित योगदान को ध्यान में रखते हुए, संघ की प्रमुख मांग है कि सरकार इनकी सेवा को 65 वर्ष की आयु तक नियमित करने की घोषणा करे। यह कदम राज्य की उच्च शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करने में सहायक सिद्ध होगा और हजारों शिक्षकों के भविष्य को सुरक्षित करेगा।

धरना को संबोधित करते हुए एमएलसी डॉ. संजय कुमार सिंह ने कहा कि, “अतिथि प्राध्यापकों की वर्षों की सेवा को अनदेखी करना न्यायसंगत नहीं है। सरकार को शीघ्र ही इनकी सेवा के नियमितीकरण एवं स्थायित्व पर ठोस निर्णय लेना चाहिए, जिससे उच्च शिक्षा में निरंतरता एवं गुणवत्ता बनी रहे।”
एम एल सी डॉ बीरेन्द्र नारायण यादव ने कहा कि” बिहार में पहले भी अस्थायी सहायक प्राध्यापकों की सेवा नियमित की जा चुकी है।इसलिये, बिहार सरकार को अतिथि सहायक प्राध्यापकों की सेवा भी नियमित करनी चाहिए।”

धरने का पुरजोर समर्थन करते हुए पूर्व मंत्री मो.इसराइल मंसूरी जी ने कहा कि “अतिथि सहायक प्राध्यापकों की इस जायज माँग को सरकार को पूरा करना चाहिए।यदि यह सरकार नहीं करेगी तो विपक्ष के सत्ता में आने पर हमारी सरकार अवश्य करेगी और हम इसे आगामी चुनाव में मुद्दा भी बनायेंगे।”

धरना में पहुँचे ज द यू प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा कि ” मैं आपलोगों की बात सरकार तक पहुँचाने का प्रयास करूँगा।” विधायक डॉ संदीप सौरभ ने धरने का समर्थन करते हुए कहा कि “अतिथि सहायक प्राध्यापकों के नियमितीकरण के संघर्ष के साथ हूँ और आपकी समस्या सदन में इस बार भी उठाउँगा।”

संघ के प्रान्तीय संयोजक एवं बी एन एम यू ,मधेपुरा संघ के अध्यक्ष डॉ. सतीश कुमार दास, बिहार विश्वविद्यालय के अध्यक्ष डॉ ललित किशोर,टी एम बी यू,भागलपुर संघ के अध्यक्ष डॉ आनन्द आजाद,जे पी यू,छपरा संघ के अध्यक्ष डॉ हरिमोहन कुमार,वी के एस यू संघ के अध्यक्ष डॉ आदित्य आनन्द,एल एम एन यू,दरभंगा संघ के अध्यक्ष डॉ बच्चा कुमार रजक,के एस डी एस यू,दरभंगा संघ के अघ्यक्ष डॉ मुकेश कुमार निराला,पटना विश्वविद्यालय संघ के अध्यक्ष डॉ विद्यानन्द विधाता ने समेकित स्वर में कहा कि, “हम सरकार से केवल न्याय की अपेक्षा कर रहे हैं। यदि हमारी माँगों पर जल्द निर्णय नहीं लिया गया, तो हमें आंदोलन को और व्यापक करना पड़ेगा।” धरना में पाटलिपुत्र विश्विद्यालय,पुर्णियाँ विश्वविद्यालय और मुंगेर विश्वविद्यालय के अतिथि सहायक प्राध्यापक शामिल रहे।
SKJ Law College Seminar ‘भारत में आत्महत्या https://t.co/HRDMzwiaMs #Muzaffarpur pic.twitter.com/OxtMTu2nGW
— RAJESH GOLTOO (@GOLTOO) March 5, 2025
इस अवसर पर कई शिक्षाविद, सामाजिक कार्यकर्ता और छात्र संगठनों के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे और इस आंदोलन को अपना समर्थन दिया।
बिहार विश्वविद्यालय के अध्यक्ष डॉ ललित किशोर ने कहा कि यदि सरकार जल्द ही इस विषय पर ठोस निर्णय नहीं लेती है, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।