Muzaffarpur 30 November : GD Mother International School ने 29 और 30 नवंबर को सीबीएसई द्वारा आयोजित दो दिवसीय ट्रेनिंग ऑफ ट्रेनर्स कार्यशाला का आयोजन किया सीबीएसई और सचिवालय प्रशिक्षण एवं प्रबंधन संस्थान ISTM डीओपीटी भारत सरकार की ओर से जीडी मदर इंटरनेशनल स्कूल मुजफ्फरपुर ने कार्यशाला का आयोजन किया गया. इसमें सीबीएसई के शैक्षणिक संस्थाओं के 75 से अधिक प्रधानाचार्य और शिक्षकों ने हिस्सा लिया.
GD Mother International School
कार्यशाला में नई शिक्षा नीति 2020 के तहत शिक्षकों की क्षमता निर्माण के जरिए शैक्षणिक परिणामें में सुधार करने, विशेषज्ञ शिक्षकों का एक पल बनाने, शिक्षकों को सशक्त बनाने और उन्हें शिक्षा प्रणाली में परिवर्तन के उत्प्रेरक बनने के लिए प्रशिक्षित करना है.
कार्यशाला का शुभारंभ में दीप प्रज्वल समारोह के साथ हुआ. उद्घाटन सत्र के दौरान सीबीएसई के प्रशिक्षण निदेशक श्री मनोज कुमार श्रीवास्तव द्वारा भेजा गया एक प्रेषक संदेश सीबीएसई उत्कृष्ट केंद्र प्रमुख श्री रवि प्रकाश द्वारा पढ़ा गया. इस कार्यक्रम को सुचारू रूप से संचालन हेतु श्री राघवेंद्र कुमार अनुभाग अधिकारी, पटना का कार्य प्रशंसनीय रहा.
दो दिवसीय प्रशिक्षण के लिए संसाधन व्यक्ति श्री विपिन कुमार भार्गव (उपनिदेशक ISTM) , श्री तेज कृष्णा राजदान, सुश्री रितिका भंडारी ने शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया. उन्होंने बताया कि शिक्षकों को पाठ्यक्रम सामग्री के मानकीकृत वितरण और विभिन्न स्तरों पर प्रशिक्षित संसाधन व्यक्तियों का एक पुल बनाने के लिए शिक्षकों का सेवाकालीन प्रशिक्षण जरूरी है. कार्यशाला में छात्र शक्तिकरण को सक्षम करने वाले जीवंत और गतिशील कक्षाओं के निर्माण की दृष्टि को रेखांकित किया गया था. हमारी सफलता संसाधन व्यक्तियों को सशक्त बनाकर सुनिश्चित की जा सकती है ताकि हमारे छात्र एक स्वस्थ और पोषणकारी वातावरण में फल फूल सके. हम भारत भर में बड़े पैमाने पर प्रशिक्षण आयोजित कर रहे हैं. इसका उद्देश्य स्कूलों में NEP 2020 द्वारा निर्धारित दृष्टिकोण के साथ संरेखित करना है.
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— RAJESH GOLTOO (@GOLTOO) November 30, 2024
कार्यक्रम में विद्यालय के कार्यकारी निदेशक श्री पंकज कुमार, प्राचार्य सुश्री नीलम सिंह एवं शिक्षक उपस्थित थे. कार्यशाला में आधुनिक शिक्षण पद्धतियों, नेतृत्व विकास क्षमता और प्रभावी संचार रणनीतियों से संबंधित विभिन्न विषयों को शामिल किया गया ताकि एक प्रवाह पूर्ण और प्रेरक शिक्षा प्रणाली की निर्माण की जा सके. सीबीएसई इस पहल के माध्यम से शिक्षक विकास और व्यावसायिक उत्कृष्ट पर ध्यान केंद्रित करके शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए अपने प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हैं.
ट्रेनिंग ऑफ ट्रेनर्स कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य शिक्षा की एक प्रभावशाली लहर पैदा करना था जहां प्रशिक्षित संसाधन व्यक्ति अपने ज्ञान और कौशल से देश भर के शिक्षकों को संतुष्ट करेंगे और इस प्रकार भारत भर में छात्रों के लिए अधिगम प्रक्रिया एवं शैक्षिक अनुभव समृद्ध हो सकेगा.