बिहार के मोतिहारी के रहने वाले साकिबुल गनी प्रथम श्रेणी के पहले मैच में तिहरा शतक लगाने वाले विश्व के पहले बल्लेबाज बन गए और विश्व रिकॉर्ड बनाया है.
बिहार और मिजोरम के बीच खेला जा रहा है मैच जिसमे साकिबुल गनी ने चमत्कार कर दिया और अपने खेल की बदौलत बिहारियों का मान सम्मान बढ़ाया है.
Bihar’s Sakibul Gani, who created a world record by becoming the first batsman in the world to score a triple century on first-class debut.
साकिबुल गनी के तिहरे शतक और बाबुल कुमार के नाबाद दोहरे शतक और दोनों के बीच चौथे विकेट की 538 रन की साझेदारी की मदद से बिहार ने मिजोरम के खिलाफ रणजी ट्रॉफी प्लेट ग्रुप मैच के दूसरे दिन पहली पारी छह विकेट पर 686 रन पर घोषित कर दिया.गनी 405 गेंद में 56 चौकों और दो छक्कों की मदद से 341 रन बना कर इकबाल अब्दुल्ला की गेंद पर आउट हुए. वहीं बाबुल 398 गेंद में 229 रन बना कर खेल रहे थे, जिसमें 27 चौके और एक छक्का शामिल है.
साकिबुल गनी ने 341 रन 405 गेंदों को खेलकर बनाया जिसमे 56 चौके 2 और छक्के शामिल हैं.
🚨 RECORD ALERT 🚨
— BCCI Domestic (@BCCIdomestic) February 18, 2022
3⃣4⃣1⃣ Runs
4⃣0⃣5⃣ Balls
5⃣6⃣ Fours
2⃣ Sixes
Sakibul Gani, playing for Bihar, created a world record as he became the 1⃣st batter to score a Triple Ton on First Class debut. 👏 🔝 #BIHvCAM #RanjiTrophy @Paytm
A snippet from that landmark knock 🎥 🔽 pic.twitter.com/LXK7F0yA2N
बिहार में प्रतिपक्ष के नेता तजवी यादव ने ट्वीट कर बधाई दी है.
Congratulations to Bihar’s Sakibul Gani, who created a world record by becoming the first batsman in the world to score a triple century on first-class debut. #SakibulGani smashed 341 runs from 405 balls in Ranji Trophy against Mizoram.
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) February 18, 2022
Historic moment for Bihar in Ranji Trophy. pic.twitter.com/5UmiCptz6w
पिता ने बताया, ‘पूरी उम्मीद थी कि वह बिहार रणजी टीम में अपने चयन से विलक्षण प्रतिभा को सच साबित करके दिखाएगा।’ माता आजमा खातून ने बताया, ‘बेटा ने अपनी प्रतिभा की छाप छोड़ी है। एक दिन वह देश के लिए खेलेगा और नाम रौशन करेगा।’
गनी के बड़े भाई फैसल ने बताया कि कैसे उन्होंने अपने पिता की इच्छा के विरुद्ध जाकर पंद्रह वर्षों तक अपने भाई को प्रशिक्षित किया। साकिबुल के पिता मोहम्मद मनन गनी एक किसान हैं जो हमेशा अपने बेटों के क्रिकेट लेने के खिलाफ थे। "हमारे पास एक छोटी सी खेत है, और हमारे पिता चाहते थे कि हम या तो पढ़ाई करें या खेती में उनकी मदद करें।"
साकिबुल के खेल में उनके शॉट्स के चयन में एक बड़े खिलाडी की झलक दिख रही है सभी उभरते खिलाडियों के लिए पप्रेरणास्रोत बन गए हैं ईशान किशन के बाद.
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