अफगानी नागरिकों के पास से फर्जी भारतीय आधार पहचान पत्र भी हैं.
नेपाल के गृह मंत्रालय के प्रवक्ता के अनुसार तीसरे देश के नागरिक अब नेपाल में आने जाने की आसानी से इसका फायदा उठा रहे हैं.
Biratnagar 27 July : बिहार बना गेटवे ऑफ टेरर, नेपाल की संप्रभुता भी खतरे में है. नेपाल के रास्ते में बिहार में आतंकी गतिविधियों में बढ़ोतरी होने के साथ-साथ नेपाल के आंतरिक सुरक्षा में भी खतरा उत्पन्न हो गया है. विराटनगर में यूरेनियम के 11 अफगानी तस्करों की गिरफ्तारी के बाद संकट गहराता जा रहा है. नेपाल के विराटनगर में 2 किलो यूरेनियम के साथ 11 अफगानी और दो नेपाली नागरिक भी गिरफ्तार हुए है.अफगानी नागरिकों के पास से फर्जी भारतीय आधार पहचान पत्र भी हैं.
नेपाल के गृह मंत्रालय के प्रवक्ता के अनुसार तीसरे देश के नागरिक अब नेपाल में आने जाने की आसानी से इसका फायदा उठा रहे हैं. पिछले कुछ दिनों में बिहार के रास्ते होकर आतंकियों के संगठन में मजबूती आई है. आतंकी गतिविधियों में तेजी आई है बिहार के रास्ते. लाहौर कराची से नेपाल होकर खुली सीमा से सैंकड़ो किलोमीटर में है जिससे आना जाना किसी के लिए भी आसान काम है वह किसी भी देश का नागरिक हो.

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— RAJESH GOLTOO (@GOLTOO) July 26, 2022
भारत या बिहार में फर्जी आधार कार्ड बना बनाना भी उतना ही आसान है जितना नेपाल से बिहार आना. कुछ महीने पहले ही दो चीनी नागरिक गिरफ्तार हुए थे जो नेपाल के रास्ते बिहार में प्रवेश कर गुड़गांव में 15 दिनों तक लगाकर रहकर फिर उसी रास्ते वापस जा रहे थे. वापस जाने के क्रम में भीटामोड़ सीमा पर पकड़े गए थे.

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— RAJESH GOLTOO (@GOLTOO) July 27, 2022
पटना के फुलवारी शरीफ में पीएफआई की संदिग्ध गतिविधियों के पकड़े जाने के बाद इस बात के पुख्ता सबूत मिलते हैं कि बिहार अब आतंकियों का शरण स्थली बन गया है. आतंकी गतिविधियों को फैलाने के लिए बिहार अनुकूलन स्थान बनता जा रहा है. फुलवारी शरीफ कांड 26 से भी ज्यादा वांटेड होने के के बाद एनआईए को जांच के आदेश दिए गए हैं. जांच में इतनी देर हुई कि सभी आतंकी गतिविधियों में शामिल शातिर अंडरग्राउंड हो गए हैं या भाग गए बिहार छोड़कर शायद नेपाल के रास्ते.