राज्य निर्वाचन आयोग ने बैलेट के पेपर, 3 पदों के लिए मेयर, डिप्टी मेयर और वार्ड पार्षद के लिए अलग-अलग रंगों का चयन किया है.
Muzaffarpur 29 August : बिहार में नगर निकाय चुनाव होने हैं अक्टूबर-नवंबर में होना तय हुआ है अक्टूबर-नवंबर में होने वाले नगर निकाय चुनाव को लेकर राज्य निर्वाचन आयोग ने बैलेट के रंगों का निर्धारण किया है. राज्य निर्वाचन आयोग ने बैलेट के पेपर, 3 पदों के लिए मेयर, डिप्टी मेयर और वार्ड पार्षद के लिए अलग-अलग रंगों का चयन किया है. वार्ड पार्षद के लिए सफेद रंग, डिप्टी मेयर के लिए स्काई ब्लू और मेयर के लिए पीले रंग का कागज. मतदान कर्मी और मतदाता दोनों को इससे आसानी होगी पहचान करने में बैलेट पेपरों को.

राज्य निर्वाचन आयोग ने सभी जिलों को निर्देश दिया कि ईवीएम के बैलट पेपर को की प्रिंटिंग तीन रंगों में होनी चाहिए. वार्ड पार्षद के प्रत्याशियों के सफेद रंग के कागज का उपयोग होगा सफेद कागज पर काले रंग की स्याही का उपयोग और चुनाव चिन्ह अंकित किया जाएगा. हर जिले में निर्वाचन आयोग ने 5 सितंबर तक छपाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. डिप्टी मेयर का बैलेट पेपर स्काई ब्लू रंग का होगा और काले स्याही का उपयोग करना है. मेयर पद के लिए बैलट का रंग पीला हो होगा स्याही काले रंग की होगी. राज्य निर्वाचन आयोग के इस कदम से मतपत्रों को पहचानने में मतदाताओं और मतदान कर्मियों को आसानी होगी.
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— RAJESH GOLTOO (@GOLTOO) August 29, 2022
गौरतलब है कि प्रत्याशी अब धीरे-धीरे कमर कसने लगे हैं नगर निकाय चुनाव के लिए हर दिन नए प्रत्याशी नजर आने लगे हैं मेयर पद के लिए. वार्ड स्तर पर तो ज्यादा है नए खिलाड़ी नजर नहीं आते हैं .जो जीत चुके हैं वह कई बार जीतते हैं. वार्ड पार्षद चुनाव में लोगों की भी उदासीनता देखी जाती है. लोग का कहना होता है वही ठीक है. इस कारण में नए और अच्छे प्रत्याशियों की कमी होती है. एक और एक बार जो पार्षद बन जाते हैं वह बार-बार कई वर्षों तक बने रहते हैं इस पद पर. वार्ड के विकास का इस बात से कोई लेना देना नहीं होता है.
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