Patna 15 December : छपरा में जहरीली शराब से अब तक ३३ की मौत हो चुकी है कई लोग गंभीर रुप से बीमार हैं और कुछ ने आँखों की रौशनी खो दी है. मृतकों में मशरक के दस शामिल हैं. प्रसाशन अब भी इतने मौतों से पल झाड़ रहा है. पहले आँखों की रौशनी जार ही फिर मौत आ रही है. जिनकी मृत्यु नहीं हुई है उनके आँखों की रौशनी चली गई है. गंभी रूप से बिमार लोगों को पीएमसीएच भी भेजा गया है.
सीएम नितीश कुमार शराबबंदी की बात करते हैं और शराब पीने वाले अस्पताल में भर्ती शराबी मानते हैं की उन्होंने शराब पी है.

मशरक के पास जड्डू मोर से शराब बेचीं गई थी कहाँ के छह लोग मरे गए हैं.चुकी शराब का मामला है इसलिए गांववाले भी पुलिस की चक्कर लगाना नहीं चाह रहे. बिहार में क़ानूनी रूप से पूर्ण शराबबंदी है इसलिए शराब पीना गैरकानूनी है इसलिए गैरकानूनी रूप से शराब पीने से मरने की पुस्टि होने पर एक अलग धारा लगेगी और केस चलेगा,मुआवजा की बात तो दूर है.
शराब कांड की गूंज विधानसभा में सुनी गई. बीजेपी विधायकों द्वारा नारेबाजी के बाद सीएम नितीश कुमार गुस्से से लाल हो गए. उन्होंने एक सर्वे का हवाला देते हुए कहा की एक करोड़ 64 लाख लोगों ने शराब छोड़ी है साथ ही बताया की शराबबन्दी कानून को और कड़े करने के निर्देश दिए गए हैं.
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