तुर्की स्थित Teachers Training College में ‘भारतीय ज्ञान परंपरा’ पर संगोष्ठी आयोजित

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Muzaffarpur 19 May : मुजफ्फरपुर के तुर्की स्थित Teachers Training College अध्यापक प्रशिक्षण महाविद्यालय द्वारा “आधुनिक भारत के निर्माण में भारतीय ज्ञान परंपरा का महत्त्व” विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें अध्यापक प्रशिक्षण महाविद्यालय के नव – नामांकित प्रशिक्षुओं का( ओरिएंटेशन )उन्मुखीकरण कार्यक्रम भी रखा गया था।

Teachers Training College

संगोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में बाबासाहेब भीमराव अंबेदकर बिहार विश्वविद्यालय, मुज़फ्फरपुर के मदन मोहन मालवीय शिक्षक प्रशिक्षण केंद्र के उपनिदेशक डॉ राजेश्वर कुमार उपस्थित रहे।डॉ राजेश्वर कुमार ने अपने उद्बोधन में कहा कि आज भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व को भारतीय ज्ञान परंपरा की आवश्यकता है क्योंकि भारतीय ज्ञान परंपरा में ही सभी प्रकार की राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय चुनौतियों का समाधान प्रस्तुत करने का सामर्थ्य है।

 Teachers Training College

डॉ कुमार ने कहा कि प्रत्येक देश की शिक्षा वहां की प्रकृति,संस्कृति और प्रगति के अनुरूप होनी चाहिए लेकिन ज्ञान सार्वभौमिक सत्य है वह देश और काल से निरपेक्ष होता है। डॉ राजेश्वर कुमार के अनुसार भारतीय ज्ञान परंपरा समस्या उत्पन्न होने के बाद समाधान नहीं तलाशती है बल्कि समस्या उत्पन्न ही न हो,इसका ध्यान रखी जाती है।राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्वयन से भारतीय ज्ञान परंपरा की पुनर्स्थापना का मार्ग प्रशस्त होगा जिससे सही अर्थों में सच्चा स्वराज स्थापित होगा।

इस अवसर पर स्वागत भाषण करती हुई कॉलेज की प्राचार्या डॉ स्वधा प्रकाश ने कहा कि डॉ राजेश्वर कुमार ने हमारे आग्रह को को स्वीकार कर भारतीय ज्ञान परंपरा के महत्त्व पर भाषण देने की स्वीकृति दी,यह हमारे लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। वास्तव में, जो लोग भारतीय ज्ञान परंपरा की पुनर्स्थापना हेतु लोगों के बीच प्रत्यक्ष रूप से काम कर रहे हैं,उनका व्याख्यान मौलिक और चुंबकीय होता है।डॉ राजेश्वर कुमार भी उसी कड़ी के वक्त हैं।इस अवसर पर कॉलेज के दर्जनों अध्यापक ,सैकड़ों विद्यार्थी और कर्मचारी मौजूद थे।

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