Muzaffarpur 2 December : RDS College के भूगोल विभाग एवं आइक्यूएसी द्वारा आयोजित संगोष्ठी में जेएनयू के प्रो. रवि शेखर ने ऑनलाइन शिक्षा की आवश्यकता, उपयोगिता और शिक्षक-विद्यार्थी संबंधों पर महत्वपूर्ण विचार रखे। विशेषज्ञों ने डिजिटल प्लेटफॉर्म की संभावनाओं, चुनौतियों और भविष्य की दिशा पर सारगर्भित चर्चा की।
RDS College संगोष्ठी “ऑनलाइन शिक्षा और शिक्षक-विद्यार्थी संबंध” पर
RDS College के भूगोल विभाग एवं आइक्यूएसी के संयुक्त तत्वावधान में श्री कृष्ण सभागार में ” वर्तमान संदर्भ में ऑनलाइन शिक्षा एवं शिक्षक-विद्यार्थी संबंध: एक विमर्श” विषय पर आयोजित संगोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में क्षेत्रीय अध्ययन संस्थान जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के वरीय आचार्य प्रो रवि शेखर ने कहा कि 21वीं शताब्दी में शिक्षा के बदलते स्वरूप में ऑनलाइन शिक्षा एक नए प्रयोग के रूप में कोविड के समय से भारत में आया है।

आज बड़े पैमाने पर विभिन्न विश्वविद्यालयों में इसे प्रयोग के तौर पर उपयोग में लाया जा रहा है। लेकिन एक बड़ा शिक्षक समुदाय इसकी उपादेयता के प्रति संदेहास्पद है। वे इसके नकारात्मक स्वरूपों पर ज्यादा प्रकाश डालते हैं। यह सत्य है कि बिहार में डिजिटल प्लेटफॉर्म सर्वसुलभ नहीं है, लेकिन इस माध्यम से गरीब से गरीब छात्रों को उत्कृष्ट विषय- वस्तु प्राप्त हो रहा है, और न्यूनतम खर्च पर। जिन राज्यों में शिक्षकों की कमी है, उसके लिए तो यह माध्यम और भी महत्वपूर्ण हो जाता है। अगर ईमानदारी से शिक्षक समुदाय इसे बढ़ाने का प्रयास करेंगे तो कुछ कमियां आसानी से दूर हो सकती है।

बदलते दौर में डिजिटल प्लेटफॉर्म भविष्य की पुकार है। इसकी गति को अवरुद्ध करना मुश्किल है, हम सबों को शीघ्रातिशीघ्र स्वीकार कर इसकी गति को तेज करना होगा। इसके माध्यम से हम सभी को श्रेष्ठ बिहार, श्रेष्ठ भारत बनाने में आसानी होगी।
भूगोल विभाग की अध्यक्षा डॉ आयशा जमाल ने अतिथियों का स्वागत किया और कहा कि ऑनलाइन शिक्षा समय की मांग है, क्योंकि यह भौगोलिक बाधाओं को दूर करती है, सीखने के लिए लचीलापन प्रदान करती है और लागत को कम करती है।


अध्यक्षता करते हुए प्राचार्य डॉ शशि भूषण कुमार ने कहा कि ऑनलाइन शिक्षा निरंतर बदलती दुनिया में निरंतर सीखने और कौशल को अद्यतन करने के अवसर प्रदान करती है।यह छात्रों को लचीलापन के साथ-साथ आत्मानुशासन जैसी जिम्मेदारियां प्रदान करती है। छात्रों को अपना समय प्रबंधन के साथ-साथ, अपनी पढ़ाई के लिए खुद को प्रेरित करना चाहिए। पढ़ाई करते वक्त सोशल मीडिया से दूर रहकर अपनी एकाग्रता बनाए रखना महत्वपूर्ण है।


आइक्यूएसी के समन्वयक डॉ रजनीकांत पांडे ने विषय प्रवेश कराते हुए कहा कि ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पाठ्यक्रमों और विशेषज्ञताओं की विस्तृत श्रृंखला प्रदान करते हैं। यह वैश्विक कौशल विकसित करने में मदद करता है। ऑनलाइन शिक्षा में शिक्षक और छात्र के आपसी संबंध और उनकी भूमिकाओं पर विमर्श एक नया मार्ग प्रशस्त करेगी।
विश्व एड्स दिवस पर RDS College की एनएसएस इकाई द्वारा जागरूकता रैली का सफल आयोजन https://t.co/1lPMKQHRGz #Muzaffarpur #AIDSAwareness @brabu_ac_in @DineshCRai pic.twitter.com/QowWvaknR2
— RAJESH GOLTOO (@GOLTOO) December 1, 2025
मौके पर सिंडिकेट सदस्य डॉ रमेश प्रसाद गुप्ता, डॉ राजेश्वर कुमार, डॉ प्रशांत कुमार, प्रो अनिता सिंह, डॉ संजय कुमार सुमन, डॉ आयशा जमाल, डॉ एम एन रजवी, डॉ सुमन लता, डॉ आरती कुमारी, डॉ नवीन कुमार, डॉ गणेश कुमार शर्मा, डॉ ललित किशोर, डॉ राजीव कुमार, डॉ मीनू कुमारी, श्री राजेश कुमार आदि ने अपने विचार रखे।
मंच संचालन डॉ सुमन लता, विषय प्रवेश डॉ रजनीकांत पांडे एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ गणेश कुमार शर्मा ने किया।

Goltoo Singh Rajesh – डिजिटल पत्रकार
गोल्टू सिंह राजेश पिछले पाँच वर्षों से डिजिटल माध्यम में सक्रिय पत्रकार हैं। उन्होंने अपने पत्रकारिता करियर की शुरुआत अपनी स्वयं की वेबसाइट पर समाचार प्रकाशित कर की। वर्तमान में वे डिजिटल पत्रकारिता के माध्यम से विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों और खेल-कूद से जुड़ी खबरों पर विशेष ध्यान देते हैं। मुज़फ़्फरपुर और आसपास के क्षेत्रों से संबंधित स्थानीय समाचारों को वे नियमित रूप से अपनी वेबसाइट और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर साझा करते रहते हैं, तथा देश-विदेश की ब्रेकिंग और प्रमुख समाचारों को भी प्रकाशित करते हैं।