December 2, 2024
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Muzaffarpur 5 July : बिहार शतरंज  के सीनियर वर्ग के पूर्व चैंपियन कुमार गौरव ने ऑनलाइन शतरंज प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन को कायम रखते हुए Arena Grand Master एरीना ग्रैंड मास्टर की उपाधि हासिल की है । कहते हैं मन में संकल्प हो तो कोई भी मंजिल कठिन नहीं हो सकता । लगन और परिश्रम इंसान को सुखद परिणाम दे ही जाता है। कुछ ऐसा ही परिणाम जिले के एक होनहार शतरंज खिलाड़ी को हासिल हुआ है।

Arena Grand Master कुमार गौरव

FIDE अध्यक्ष आर्कडी दर्वोकोविच द्वारा  हस्ताक्षरित  प्रमाण पत्र दो जुलाई को कुमार गौरव को भेजा गया है।

यह उपलब्धि हासिल करने वाले कुमार गौरव उत्तर बिहार के पहले और बिहार स्तर पर गिने चुने शतरंज खिलाड़ियों में एक हैं। उल्लेखनीय है कि महज  चार वर्ष की उम्र से कुमार गौरव ने शतरंज खेलना शुरू किया। प्रारंभ में घर में ही शतरंज का माहौल होने के कारण नन्हे गौरव ने शतरंज के प्यादों  को समझना शुरू कर दिया। उसके दादाजी स्वर्गीय राम श्रेष्ठ सिंह  , पिता प्रमोद कुमार, चाचा विनोद कुमार , आमोद कुमार सभी शतरंज के अच्छे खिलाड़ी थे। नतीजतन शह और मात के 64 खाने पर कुमार गौरव ने घर में ही अचूक चाल चलने का  गुण हासिल किया।

कुमार गौरव उत्तर बिहार के पहले Arena Grand Master
कुमार गौरव उत्तर बिहार के पहले Arena Grand Master

आगे चलकर गौरव को उनके दादाजी के मित्र रविंद्र किंजलक (अब जीवित नहीं) ने शतरंज खेल के गुर को सिखलाया। इसका नतीजा रहा कि कुमार गौरव ने मुजफ्फरपुर जिला शतरंज में अपनी बादशाहत कायम की और बिहार स्तर पर भी विभिन्न आयु वर्ग में सफलता का परचम लहराया । यहां तक कि वर्ष 2019 में उसने सीनियर बिहार शतरंज चैंपियनशिप का खिताब अपनी झोली में डाल लिया । हालांकि 1999 में ही नन्हे गौरव ने अंडर 7 आयु वर्ग में शानदार प्रदर्शन कर राष्ट्रीय प्रतियोगिता में अपनी प्रतिभा का लोहा बनवा दिया था ।

कुमार गौरव का कहना है कि पढ़ाई के दबाव के कारण पिछले कुछ वर्षों से उन्होंने ऑफलाइन शतरंज से दूरी बना ली थी लेकिन शतरंज उनके हृदय में रचा बसा है। ऐसे में जब फीडे ने ऑनलाइन शतरंज प्रतियोगिता शुरू कराया तो उन्होंने इस अवसर का लाभ उठाने का निश्चय लिया।

Arena Grand Master Kumar Gaurav
Arena Grand Master Kumar Gaurav

गौरव की माने तो ऑनलाइन शतरंज में Arena Grand Master एजीएम की रेटिंग हासिल करने के लिए कई वर्गों से गुजरना पड़ता है । जिसमें पहले डेढ़ सौ मैच जीतने के साथ-साथ रेटिंग अंक 1100 होने पर एसीएम, रेटिंग अंक 1400 और 150 मैच जीतने पर एएफएम और 1700 अंक के साथ-साथ डेढ़ सौ में जीतने पर एआईएम का टाइटल मिलता है। और जब कोई खिलाड़ी 150 मैच जीतने के साथ-साथ 2000 या उससे अधिक रेटिंग  अंक हासिल करता है तो उसे एजीएम का टाइटल प्रदान किया जाता है।

अंतरराष्ट्रीय रेटिंग 2038 हासिल गौरव का कहना है कि एजीएम का टाइटल हासिल करना उसके जीवन का लक्ष्य था। जिसे पाकर वह खुद को गौरवान्वित  महसूस  करते हैं। हालांकि उन्होंने बताया कि इस टाइटल को हासिल करने के बाद भी खिलाड़ी को निरंतर अपना रेटिंग अंक 2000 से ऊपर रखना होता है । जैसे ही रेटिंग अंक 2000 से नीचे आएगा इस टाइटल के लिए खिलाड़ी को पुनः  खिलाड़ी को 2000 रेटिंग अंक के साथ डेढ़ सौ में जीतने के बाद एजीएम का टाइटल हासिल हो पाता है।

पेशे  से अभियंता गौरव ने बताया कि ऑनलाइन शतरंज के माध्यम से पिछले एक वर्षों से देश और दुनिया के नामी गरामी रेटिंग खिलाड़ियों के साथ मुकाबला कर चुके हैं । जिसमें ग्रैंड मास्टर सानन जोगीरोव 2690 रेटिंग (रूस) के  विरुद्ध मिली जीत और ज़िगल्को सर्गेई (बेलारूस ) 3200 रेटिंग के साथ मुकाबला  ड्रॉ करना अहम रहा है  ।

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