Earthquake in Japan जापान में 7.4 मेग्नीट्यूड की तीव्रता वाला भूकंप आया इसके बाद सुनामी के अलर्ट जारी कर दिए गए हैं. किसी जानमाल के नुकसान का समाचार अभी तक नहीं आया है. भारतीय समय अनुसार 12:40 पर भूकंप के झटके महसूस किया जिसका मेग्नीट्यूड 7.6 मापा गया. सुनामी की लहरें कुछ तटों पर पहुंच भी चुकी हैं.चारचार फ़ीट ऊँची लहरें उठ रही है. तटीय इलाकों को खाली करने के लिए चेतावनी जारी कर दिया गया है.

Earthquake in Japan
अभी तक किसी के जान माल के नुकसान का समाचार नहीं है पर 6 से 10 लोगों के किसी मकान के मलबे में फंसे होने का की संभावना है. जापान के इसीकावा प्रांत में भूकंप आया है जिसका केंद्र 10 किलोमीटर नीचे धरती के अंदर था. इशिकावा प्रांत के लगभग 30000 से भी ज्यादा घरों में बिजली के कनेक्शन कट गए. कई जगहों पर वाजिमा और इशिकावा में आग लगने का भी समाचार है. एनएचके वर्ल्ड के रिपोर्ट के मुताबिक कई लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
Effect of the earthquake that hit Central Japan today: roads cracking and pavements rising.#JapanEarthquake #earthquake #Tsunami #Japan #BREAKING_NEWS pic.twitter.com/Mi4cweb5Nd
— Dr.Zohaib Malik (@_zabiiii) January 1, 2024
आपको बताते हैं भारतीय समय अनुसार 12:40 पर जापान में 7.4 तीव्रता का भूकंप आया इसके 8 मिनट बाद 6.2 तीव्रता का आफ्टर शौक भी आया. इस आफ्टर शौक के बाद 5.2 तीव्रता का आफ्टर शौक भी दर्ज किया गया. इस दौरान चार तीव्रता के 21 आफ्टर शौक भी दर्ज किया गया. मार्च 11 मार्च 2011 को जापान में अब तक का सबसे प्रेयिंगकारी सुनामी आया था जिसकी लहरें 133 फीट ऊंची तक उठी थी जिसमें 18000 से भी ज्यादा लोग मारे गए थे. सुनामी के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल भी है आपने भी देखा होगा.
2024 didn’t start in the best of ways in Japan.
— Massimo (@Rainmaker1973) January 1, 2024
A preliminary M7.6 earthquake hit central Japan, triggering a tsunami warning and advisories for residents to evacuate
The clip is from about one hour ago.
[📹 NHK]pic.twitter.com/7PlUQH5vF4

Earthquake in Japan Ring रिंग ऑफ़ फायर
जापान रिंग ऑफ़ फायर यानी दो टेक्टोनिक प्लेटों के बीच स्थित होने के कारण दुनिया के 75% ज्वालामुखी इसी इलाके में है. इसलिए इसे रिंग ऑफ फायर भी कहा जाता है और दुनिया के 90% भूकंप इसी रिंग ऑफ फायर में आते हैं. रिंग ऑफ़ फायर में 15 देश आते हैं. इसलिए रूस ने भी अपने तटीय इलाकों में अलर्ट जारी किया है.
आपको बता दें दुनिया में हर साल २० हजार से भी ज्यादा भूकंप आते हैं जिनकी तीव्रता कम होती है. लगभग 100 ऐसे भूकंप होते हैं जिससे कुछ नुकसान होता है. आपको यह भी बता दे कि भूकंप के इतिहास में अब तक सबसे ज्यादा देर तक रहने वाला भूकंप 2004 में दर्ज किया गया था जो हिंदू महासागर में 10 मिनट के लिए रहा था.
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