RDS College में “मतदान व्यवहार व महत्वपूर्ण मुद्दे” पर परिचर्चा — चुनाव विश्लेषक डॉ. संजय कुमार ने किया डेटा आधारित चुनावी रुझानों का विश्लेषण

RDS College में “मतदान व्यवहार व महत्वपूर्ण मुद्दे” पर परिचर्चा RDS College में “मतदान व्यवहार व महत्वपूर्ण मुद्दे” पर परिचर्चा
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Muzaffarpur 25 November : RDS College एवं IQAC द्वारा आयोजित “मतदान व्यवहार व महत्वपूर्ण मुद्दे और उनका प्रभाव” विषयक परिचर्चा में प्रख्यात चुनाव विश्लेषक डॉ. संजय कुमार ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के मतदान व्यवहार, महिला व युवा भागीदारी, वोट शेयरिंग और एग्जिट पोल की वैज्ञानिक पद्धति पर विस्तृत चर्चा की। कार्यक्रम में विभिन्न शिक्षकों, विशेषज्ञों और छात्रों ने सक्रिय भागीदारी की।

RDS College में “मतदान व्यवहार व महत्वपूर्ण मुद्दे” पर परिचर्चा

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RDS College व आइक्यूएसी के संयुक्त तत्वावधान में “मतदान व्यवहार व महत्वपूर्ण मुद्दे और उनका प्रभाव” विषय पर आयोजित परिचर्चा में बतौर मुख्य वक्ता सीएसडीएस के पूर्व निदेशक व प्रख्यात चुनाव विश्लेषक डॉ संजय कुमार ने कहा कि मतदान व्यवहार के माध्यम से राजनीतिक समाजीकरण प्रक्रिया को समझने में मदद मिलती है।

RDS College में “मतदान व्यवहार व महत्वपूर्ण मुद्दे” पर परिचर्चा
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बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में हुए मतदान की प्रक्रिया का विश्लेषनात्मक अध्ययन करने से पता चलता है कि बिहार की जनता खासकर महिला और युवा वर्ग ने सरकार के प्रति अपनी प्रबल आस्था व्यक्त की है। चुनाव परिणाम के पूर्व ही डाटा बेस्ड विश्लेषण करने से इसका रुझान पता चल गया था।

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डॉ संजय ने पीपीटी के माध्यम से चुनावी सर्वे के गणित को डाटा के आधार पर विश्लेषण के साथ बताया। बताया कि मतदान व्यवहार के मापने के तरीकों पर बहुत ही बारीकी के साथ अध्ययन किया गया था। चुनाव आयोग के सांख्यिकी रिपोर्ट में मतदाताओं का विवरण, विधानसभा क्षेत्रवार महिलाओं एवं युवाओं की भागीदारी, पार्टी वार वोट शेयरिंग, निर्वाचन क्षेत्र डाटा सारांश रिपोर्ट एवं अन्य विवरण पारदर्शिता के साथ प्रस्तुत किया गया। डॉ संजय ने सभी पार्टियों को प्राप्त वोटिंग परसेंटेज के गणित को भी विस्तार से समझाया।

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विशिष्ट वक्ता राजनीति विज्ञान के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ अनिल कुमार ओझा ने बताया कि एग्जिट पोल आयोजित करने की पद्धति में पारदर्शिता के महत्व पर बल दिया जाना चाहिए। इस बार मीडिया एजेंसियों ने सर्वे के वैज्ञानिक पद्धति को ठीक से अपनाया है। एग्जिट पोल रिपोर्टिंग में निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए निर्वाचन अधिकारियों, मीडिया और मतदान एजेंसियों के बीच सहयोगात्मक प्रयास की भी जरूरत होती है।

RDS College में “मतदान व्यवहार व महत्वपूर्ण मुद्दे” पर परिचर्चा
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कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्राचार्य डॉ शशि भूषण कुमार ने कहा कि डॉ संजय कुमार के चुनावी सर्वेक्षण व परिणाम का डेटा विश्लेषण काफी ज्ञानवर्धक रहा। निश्चित रूप से चुनावी सर्वेक्षणों में सटीक और निष्पक्ष परिणाम प्राप्त करने के लिए अनुसंधान पद्धति को ईमानदारी से अपनाने की जरूरत है।

RDS College

परिचर्चा में विशेषज्ञ से इस बार के चुनावी मुद्दे को लेकर कई प्रश्न पूछे गए। प्रश्न पूछने वालों में सीनेटर डॉ संजय कुमार सुमन, पूर्व प्राचार्य डॉ अनिता सिंह, सिंडिकेट सदस्य डॉ रमेश प्रसाद गुप्ता, डॉ एम एन रजवी, डॉ सौरभ राज, डॉ कृतिका वर्मा, डॉ दीपक कुमार, डॉ नीरज कुमार मिश्रा, डॉ हसन रजा डॉ राजीव कुमार आदि मौजूद थे।

परिचर्चा मे बिहार विश्वविद्यालय राजनीति विज्ञान विभाग से अतिथि के रूप में डॉ भारती सहेता, डॉ रक्षा सिंह, डॉ देवेंद्र प्रताप तिवारी, डॉ रंजीत कुमार, कॉलेज के शिक्षक, कर्मचारी एवं छात्र मौजूद थे।

परिचर्चा में मंच संचालन डॉ शशिकांत पांडे, विषय प्रवेश डॉ रजनीकांत पांडे और धन्यवाद ज्ञापन डॉ हसन रजा ने किया।

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