Bihar University एकेडमिक काउंसिल के नवनिर्वाचित सदस्यों की कुलपति से शिष्टाचार भेंट

Advertisements

Muzaffarpur 7 May : आज B.R.A. Bihar University में एकेडमिक काउंसिल के नवनिर्वाचित सदस्यों ने कुलपति प्रो. डी सी राय से औपचारिक शिष्टाचार मुलाकात की। इस बैठक का उद्देश्य विश्वविद्यालय की शैक्षणिक प्रणाली को और अधिक प्रभावशाली एवं समकालीन बनाना था।

Bihar University एकेडमिक काउंसिल

बैठक में एकेडमिक काउंसिल के सामाजिक विज्ञान संकाय से डॉ. सौरभ राज, विज्ञान संकाय से डॉ. राजेश कुमार, वाणिज्य संकाय से डॉ. चौधरी साकेत कुमार तथा मानविकी संकाय से डॉ. सुशांत कुमार मौजूद थे। विश्वविद्यालय के डीन, स्टूडेंट वेलफेयर, डॉ. आलोक कुमार भी इस महत्वपूर्ण बैठक में उपस्थित रहे।

Bihar University एकेडमिक काउंसिल

बैठक के दौरान नवनिर्वाचित सदस्यों ने कुलपति महोदय को कई गंभीर अकादमिक मुद्दों से अवगत कराया। विशेष रूप से CBCS प्रणाली के अंतर्गत तृतीय सेमेस्टर के MIC (Minor course ) पाठ्यक्रम में व्याप्त खामियों की ओर ध्यान आकृष्ट किया गया। सदस्यों ने बताया कि रसायन विज्ञान और मनोविज्ञान जैसे विषयों में जहाँ थ्योरी परीक्षा कराई जा रही है, वहीं प्रयोगात्मक विषय होने के बावजूद प्रैक्टिकल परीक्षा का सिलेबस ही मौजूद नहीं है।

यह न केवल छात्रों की अकादमिक प्रगति में बाधा उत्पन्न करता है, बल्कि शिक्षा की गुणवत्ता को भी प्रभावित करता है। MDC, SEC, AEC और VAC के विषयों के संदर्भ में भी विस्तृत चर्चा हुई। इसके अतिरिक्त, सदस्यों ने यह भी सुझाव दिया कि Bihar University के कई पाठ्यक्रमों में वर्तमान समय की आवश्यकताओं के अनुरूप संशोधन की सख्त आवश्यकता है। बदलते शैक्षणिक और औद्योगिक परिदृश्य को देखते हुए कोर्स कंटेंट को अद्यतन करना समय की मांग है।

कुलपति महोदय ने सदस्यों की बातों को गंभीरता से सुना और शैक्षणिक व्यवस्था को अधिक प्रभावशाली एवं व्यावहारिक बनाने की दिशा में हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों और शिक्षकों के हितों को सर्वोपरि रखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन शीघ्र ही आवश्यक कदम उठाएगा। डीन स्टूडेंट वेलफेयर डॉ. आलोक प्रताप सिंह ने भी छात्रहित को प्राथमिकता देते हुए निर्णय प्रक्रियाओं में तेजी लाने एवं प्रशासनिक स्तर पर सहयोग को मजबूत करने की बात कही।

अकादमिक काउंसिल के सदस्यों की यह पहल विश्वविद्यालय में सकारात्मक शैक्षणिक परिवर्तनों की ओर एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है। इस भेंटवार्ता ने यह स्पष्ट कर दिया है कि नवचयनित एकेडमिक काउंसिल प्रतिनिधि विश्वविद्यालय की शैक्षणिक नीतियों को छात्र और शिक्षक हित में नया आयाम देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

You may also like to read

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top