RDS College में भारतीय संविधान “आरंभ से वर्तमान “(Indian Constitution:since inception to present) विषय पर राउंड टेबल टॉक का आयोजन

RDS College RDS College
Advertisements

Muzaffarpur 26 November : RDS College और आइक्यूएसी के संयुक्त तत्वावधान में “भारतीय संविधान: आरंभ से वर्तमान” विषय पर राउंड टेबल टॉक का आयोजन किया गया। अध्यक्षीय वक्तव्य में सीनेट सदस्य एवं इतिहास विभाग के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. संजय कुमार सुमन ने कहा कि संविधान मात्र कानून नहीं, बल्कि राष्ट्र की आत्मा है।

मुख्य वक्ता डॉ. एम.एन. रजवी और विशिष्ट वक्ता डॉ. रमेश प्रसाद गुप्ता ने संविधान की नैतिकता, अधिकार–कर्तव्य संतुलन, न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व की महत्ता पर प्रकाश डाला। आइक्यूएसी समन्वयक डॉ. रजनीकांत पांडे ने विषय का प्रभावी प्रवेष कराया। कार्यक्रम में शिक्षक–शोधार्थियों और छात्रों की सक्रिय सहभागिता रही। संचालन डॉ. ललित किशोर एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ. हसन रजा ने किया।

RDS College में

RDS College और आइक्यूएसी के संयुक्त तत्वावधान में कॉलेज सभागार में भारतीय संविधान: “आरंभ से वर्तमान” विषय पर आयोजित राउंड टेबल टॉक में अध्यक्षीय वक्तव्य देते हुए सीनेट सदस्य व इतिहास विभाग के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ संजय कुमार सुमन ने कहा कि संविधान केवल कानून नहीं, राष्ट्र की आत्मा है।

संविधान वस्तुतः किसी भी राष्ट्र की सशक्त पहचान है। संविधान सिर्फ शासन की संरचना तय नहीं करता, बल्कि यह निर्धारित करता है कि राज्य एवं नागरिकों के बीच संबंध किस नैतिक और मानवीय आधार पर निर्मित होंगे। युवाओं को संदेश देते हुए उन्होंने कहा कि संविधान को पढ़ना ही पर्याप्त नहीं, उसे जीना भी आवश्यक है।

RDS College


मुख्य वक्ता डॉ एम एन रजवी ने कहा कि संविधान हमारे देश की नींव है। यह हमें सही और गलत में फर्क करने की ताकत देता है। यह सरकार को भी जनता के प्रति जवाबदेह बनाता है। संविधान की प्रस्तावना न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व सुनिश्चित करने के लक्षणों को रेखांकित करती है।

RDS College


विशिष्ट वक्ता सिंडिकेट सदस्य व विभागाध्यक्ष डॉ रमेश प्रसाद गुप्ता ने कहा कि हमारा संविधान संदेश देता है कि अधिकार और कर्तव्य दोनों का संतुलन बना रहे। यह संतुलन लोकतंत्र को मजबूत बनाता है। संविधान केवल प्रशासनिक दस्तावेज नहीं बल्कि, सामाजिक परिवर्तन का सशक्त माध्यम है।

RDS College


*विद्यार्थियों में तृप्ति, पुतुल, अनुराधा और प्रिंस ने भी अपने विचार रखें.

विषय प्रवेश कराते हुए आइक्यूएसी समन्वयक व राजनीति विज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ रजनीकांत पांडे ने कहा कि वर्ष 1949 में आज के दिन संविधान सभा ने भारतीय संविधान को अपनाया। यह एक ऐसा दस्तावेज है, जिसने विविधताओं से भरे देश में न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुता की नींव रखी। आज का विमर्श संवैधानिक चेतना को नया आयाम देने का एक प्रयास है।

राउंड टेबल टॉक में डॉ अनुराधा पाठक, डॉ नीरज कुमार मिश्रा, डॉ कृतिका वर्मा, डॉ नेयाज, डॉ आयशा जमाल, डॉ सूरज कुमार, डॉ विवेक मिश्रा, डॉ मीनू कुमारी, डॉ हसन रजा, डॉ अमिता त्रिवेदी, डॉ इला, डॉ विकास कुमार, डॉ ललित किशोर,श्री राजेश कुमार ने हिस्सा लिया।

कार्यक्रम का संचालन डॉ ललित किशोर एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ हसन रजा ने किया

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *