Muzaffarpur 2 December : RDS College रामदयालु सिंह महाविद्यालय स्नातकोत्तर इतिहास विभाग के तत्वावधान में “इतिहास विषय में असाइनमेंट राइटिंग” विषय पर वर्कशाप आयोजित किया गया।
RDS College इतिहास विभाग
इतिहास विभाग के शिक्षकों ने बताया कि असाइनमेंट लेखन वस्तुतः छात्रों के सामने एक बौद्धिक चुनौती है। यह चुनौती छात्रों के अंदर स्पष्ट रूप से सोचने की क्षमता, लाइब्रेरी उपयोग करने की क्षमता से लेकर साक्ष्य जुटाने की ओर निर्देशित करता है। असाइनमेंट लेखन वस्तुतः एक प्रकार का शोध लेखन ही है जिसमें निर्धारित शीर्षक के मुख्य विचारों को प्रस्तुत करना होता है। शीर्षक के साथ परिचय, मुख्य भाग, निष्कर्ष, संदर्भ और परिशिष्ट का जिक्र बारीकी से करना होता है।
बुनियादी प्रारूप के पालन के साथ एवं विषय के अवलोकन के साथ असाइनमेंट लेखन की प्रक्रिया शुरू होती है। इसमें एक केंद्रीय क्रिया या क्रियाएं शामिल होती है जो कार्य का वर्णन करती है। विषय से संबंधित सुझाव, प्रश्न एवं संकेत भी आमंत्रित होते हैं।
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— RAJESH GOLTOO (@GOLTOO) November 30, 2024
असाइनमेंट में निश्चित प्रश्न सूत्र -क्या, कब, कहां, क्यों और कैसे पर कार्य करने होते हैं। इन प्रश्नों के उत्तर असाइनमेंट की प्रकृति को विश्लेषणात्मक बनाता है। लेखक को अपने विचारों के समर्थन के लिए साक्ष्य की आवश्यकता पर भी कार्य करने की जरूरत होती है, जो अति महत्वपूर्ण है।
इसके साथ ही वर्कशॉप में असाइनमेंट रीडिंग की प्रक्रिया और तकनीक को भी बताया गया।
स्नातकोत्तर के छात्र-छात्राओं में अभिषेक कुमार, सोनू कुमार, नेहा भारती, इमरान, अमन कुमार, आरती कुमारी, सहेब,जय आदि ने इतिहास के विभिन्न टॉपिक पर असाइनमेंट की प्रस्तुति की और उस पर अपने विचार प्रस्तुत किये।
वर्कशॉप के सैद्धांतिक और व्यावहारिक पहलू पर विभागाध्यक्ष डॉ एम एन रिजवी, इतिहासकार एवं सीनेट सदस्य डॉ संजय कुमार सुमन, डॉ अजमत अली, डॉ अनुपम कुमार, डॉ ललित किशोर एवं डॉ मनीष कुमार शर्मा ने अपने विचार प्रस्तुत किये।