Ramai Ram Political Career : 9 बार विधायक, 5 बार मंत्री रहे पूर्व मंत्री रमई राम का निधन

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प्रखर समाजवादी नेता और बिहार सरकार के पूर्व मंत्री रमई राम का 81 साल के पूर्व मंत्री रमई राम का पटना में मेदांता हॉस्पिटल में निधन हो गया

Patna 14 July : 9 बार विधायक 5 बार मंत्री रहे पूर्व मंत्री रमई राम का निधन. प्रखर समाजवादी नेता और बिहार सरकार के पूर्व मंत्री 81 साल के रमई राम का पटना के मेदांता हॉस्पिटल में निधन हो गया. अस्वस्थ् रहने के कारण पटना के मेदांता हॉस्पिटल में इलाज के लिए लाया गया था जहां उन्होंने अंतिम सांस ली.

Ramai Ram in Medanta Patna

9 बार विधायक रह चुके हैं, विभिन्न दलों के टिकट पर. प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर जानकारी दी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी दुख जताया है. मुख्यमंत्री के अलावा कई राजनीतिक दलों के नेताओं ने भी शोक व्यक्त किया है. तेजस्वी यादव यादव ने ट्वीट कर जानकारी दी और कहा कि एक कर्मठ समर्पित राजनेता और सामाजिक कार्यकर्ता थे.

File image from Twitter


मुजफ्फरपुर के बोचहां विधानसभा से 9 बार विधायक रह चुके हैं. रमई राम पांच बार बिहार सरकार के मंत्री भी रहे. बोचहां विधानसभा सीट से 3 बार राजद राष्ट्रीय जनता दल के टिक,ट पर एक बार जदयू के टिकट पर, दो बार जनता दल और तीन अन्य दलों के टिकट पर विधायक रह चुके हैं. 2015 और 2020 में लगातार दो बार चुनाव में हार का सामना करना पड़ा. 2015 के चुनाव में निर्दलीय बेबी कुमारी ने हराया था और 2020 में भी आई पी के मुसाफिर पासवान ने पराजित किया था. मुसाफिर पासवान के मृत्यु के बाद खाली हुई सीट पर उनके पुत्र चुनाव जीतकर फिर से विधायक बने हैं .

पूर्व मंत्री रमई राम का राजनितिक जीवन Ramai Ram Political Career Details


रमई राम 1972 में पहली बार निर्दलीय उम्मीदवार के रूप विधानसभा चुनाव जीते थे.1980 में जनता पार्टी में शामिल हुए और फिर बोचहां विधानसभा सीट से जीते। उन्होंने 1985 में लोक दल से और 1990 और 1995 में जनता दल से फिर से बोचहां निर्वाचन क्षेत्र से जित हासिल की । 2000 में वह राजद में शामिल हो गए और बोचहां से और फिर 2005 में जीते।

लालू यादव के जेल में रहने पर वे बिहार राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष बने। उन्होंने राजद छोड़ दिया और 2009 में अपनी बेटी गीता कुमारी के साथ जदयू में शामिल हो गए। 2010 में वह फिर से बोचहां निर्वाचन क्षेत्र से सफलतापूर्वक चुने गए। वह 1999 से 2005 तक राबड़ी देवी सरकार में बिहार भूमि सुधार और राजस्व मंत्री थे और पहले नीतीश कुमार सरकार में थे.

2009 में वह कांग्रेस में शामिल हो गए और गोपालगंज लोकसभा क्षेत्र से भारतीय आम चुनाव लड़े. वह जीतन राम मांझी की सरकार में परिवहन मंत्री थे और 2017 में बिहार जनता दल (यू) के अध्यक्ष बने। रमई राम ने जदयू छोड़ दिया और उन्हें लोकतांत्रिक जनता दल का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया। बाद में वह 2017 में फिर से राजद में शामिल हो गए थे.
पूर्व मंत्री के निधन पर मुख्यमंत्री के अलावा कई राजनीतिक दलों के नेताओं ने भी शोक व्यक्त किया है.

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