Ashutosh Shahi Murder मुजफ्फरपुर में हुए आशुतोष शाही हत्याकांड में दिन पर दिन दिन नए खुलासे होते जा रहे हैं. एफआईआर दर्ज कर लिया गया है. दिवंगत आशुतोष शाही की पत्नी दिपण्डिता ने एफआईआर दर्ज कराया है जिसमें उन्होंने खुलेआम कई बातें कही है, जिसमें एक बात यह भी कही गई है कि वकील ने घर बुलाकर मर्डर करा दिया. आशुतोष शाही हत्याकांड में मुजफ्फरपुर नगर थाने एफ आई आर No.614/2023 दर्ज किया गया है .
Ashutosh Shahi Murder पृष्टभूमि
मुजफ्फरपुर में प्रथम पूर्व मेयर समीर कुमार हत्याकांड के बाद से ही कई और हत्याएं होने की आशंका बढ़ी हुई थी. जिसमें बड़े नाम थे भूषण ओझा और आशुतोष शाही, दोनों जमीं कारोबारी. भूषण झा तो बच गए हैं अपने काम को समेट लिया है पर लगभग 5 साल बाद आशुतोष शाही को मार दिया गया. F.I.R. में दिवंगत आशुतोष शाही की पत्नी दिपण्डिता खुले रूप से कह रही हैं कि घर से बुलाकर उनके पति को मरवा दिया गया. बार-बार फोन कर बुलाकर मरवा दिया गया. इस घटना में मारने वाला कोई और मरवाने वाला कोई और, मारने वाले की तो खोज की जा रही है पर मरवाने वाले की पहचान लगभग हो गई है. जो वकील साहब के घर में घटना हुई है उनकी ही संलिप्तता स्पस्ट रूप में नजर आ रही है, क्योंकि गोलियां उनके हाथ और पैर में लगी है बल्कि आशुतोष शाही को कई गोलियां लगी, उनके दो सुरक्षा गार्ड को भी मार दिया गया और तीसरा सुरक्षा गार्ड जिंदगी की जंग से लड़ रहा है अस्पताल में. एफआईआर में दिवंगत आशुतोष शाही की पत्नी दिपण्डिता कह रही हैं साजिशकर्ता वकील कासिम हुसैन उर्फ डॉलर पिता इकबाल हुसैन नगर थाना मुजफ्फरपुर बड़ी साजिश और सोची-समझी रणनीति के तहत हत्या करवाने की नियत से मेरे पति को अपने घर बुलाया था.
Ashutosh Shahi Murder लाइसेंसी रिवाल्वर और मोबाइल भी गायब
दिवंगत की पत्नी ने यह भी कहा की हत्या करने के बाद मेरे पति के सुरक्षा गार्ड निजामुद्दीन का लाइसेंसी रिवाल्वर और मोबाइल भी लेकर फरार हो गए. इस घटना में हत्या के साथ-साथ रिवाल्वर और मोबाइल भी लूटा गया है. एफआईआर में आशुतोष शाही की पत्नी स्पष्ट रूप से बता रही है कि वकील ने बुलाकर उनके पति की हत्या कराई है जिसमें उनके पति के अलावा दो सुरक्षा गार्ड भी मारे गए हैं, तीसरा जिंदगी की जंग लड़ रहा है और वकील घायल हैं, पटना में इलाज चल रहा है. षड्यंत्र के तहत वकील कासिम हुसैन ने बार-बार फोन करके मेरे पति को बुलाए थे.

Ashutosh Shahi Murder कई और लोग शामिल
Ashutosh Shahi Murder हत्याकांड में कई और लोग शामिल हैं. 21 जुलाई की घटना है और 22 जुलाई को नगर थाने में एफ आई आर दर्ज की गई है. दिवंगत आशुतोष शाही की पत्नी ने बयान में यह भी कहा कि उनके पति 15 सालों से जमीन का कारोबार कर रहे थे. इसी कारोबार के कारण कुछ कारोबारी पति के पीछे पड़े थे और रंगदारी की भी मांग कर रहे थे और मेरे पति जब रंगदारी नहीं दिए तो मेरे पति के पीछे पड़ गए. मंटू शर्मा जान के पीछे लगा है यह बात दिवंगत आशुतोष शाही भी जानते थे और उनके सहयोगी भी. इसकी जानकारी पुलिस को भी दी गई थी. दिवंगत आशुतोष शाही की पत्नी ने यह भी कहा कि बेला इलाके के एक के जमीन के सौदे में जो विजेंद्र नाम के व्यक्ति ने किया था. उस के बाद उनसे 50 लाख की रंगदारी की मांग मंटू शर्मा के शूटर गोविंद अपराधी ने की थी. इसके बाद विजेंद्र कुमार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी. बयान में दिवंगत आशुतोष शाही की पत्नी यह कर रही है कि इस कांड में गवाह बनना उनकी मौत का कारण बना है.
Ashutosh Shahi Murder एक विवादित जमीन
इसके अलावा भी कई कारण और हैं. मुजफ्फरपुर के एक प्रमुख चौराहे कल्याणी चौक की एक विवादित जमीन के सिलसिले में पूर्व मेयर समीर कुमार की हत्या हुई थी. आशुतोष शाही ने कल्याणी की जमीन को खरीद लिया था पर मंटू शर्मा इस जमीन को कम कीमत पर खरीदना चाहता था. जमीन की डीलिंग में आशुतोष शाही के खिलाफ मंटू शर्मा, गोविंद, ओमकारनाथ और विक्रांत कुमार शुक्ला भी शामिल थे. जमीन खरीद लिया गया आशुतोष शाही के द्वारा बड़ा मूल्य चूका कर.

दिवंगत प्रॉपर्टी डीलर आशुतोष शाही की पत्नी बयान में बार-बार इस बात पर जोर दे रही की 21 जुलाई के दिन बार-बार फोन कर उन्हें बुलाया जा रहा था. सोशल मीडिया की वीडियो में दिवंगत आशुतोष शाही के ड्राइवर ने यह भी बताया कि साहब की तबीयत अच्छी नहीं थी वह दिन भर घर से नहीं निकले थे पर 8:45 PM पर कहते हैं कि एक जगह चलना है तैयार हो जाओ. दिवंगत आशुतोष शाही के ड्राइवर ने यह भी बताया कि तीनों सुरक्षा गार्ड और ड्राइवर वकील के घर पहुंचे जिसके 10 मिनट बाद गोलीबारी शुरू हो गई. F.I.R. में दर्ज किया गया है कि बार-बार फोन करने वाले एक ही व्यक्ति थे, वकील कासिम उर्फ़ डॉलर. फोन कर बुलाने के बाद आशुतोष शाही की हत्या हो जाती है.
Ashutosh Shahi Murder एफआईआर के बाद वकील की गिरफ्तारी तय
सोशल मीडिया के अनुसार यह भी कहा जा रहा है कि 10-20 अपराधी आसपास के इलाकों में कई मोटरसाइकिल पर खड़े थे. घटनास्थल से दो मोटरसाइकिल निकलने की बात की जा रही है पर कई और बाइक भी आसपास खड़े होने की बात कही जा रही है. अपराधी पहले से वकील के घर मौजूद था. उस इलाके के स्थानीय लोगों ने इस बात की आशंका जताई है कि यह बड़ी वारदात है सोची समझी साजिश है जिसकी भनक नहीं लग पाई क्योंकि अपराधी कई थे जो अलग-अलग स्थानों पर खड़े थे और कुछ अपराधी पहले से वकील के घर में मौजूद थे. एफआईआर के बाद वकील की गिरफ्तारी तय हो गई है जिन का इलाज पटना में चल रहा है. मंटू शर्मा की खोज की जा रही है पर उनका पता नहीं चल पा रहा है. एफआईआर में पहले स्थान पर मंटू शर्मा गोविंद,ओमकारनाथ उर्फ़ रणंजय, विक्रांत शुक्ला, वकील कासिम हुसैन तथा पूर्व पार्षद शेरू अहमद हैं. हालाँकि जेल जाते समय पत्रकारों को शेरू ने कहा हम निर्दोष हैं.
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— RAJESH GOLTOO (@GOLTOO) July 24, 2023
पुलिस जाँच कर रही है. कई जमीन कारोबारी ठिकाने से उठाये गए हैं. कुछ जमींदोज हो गए होंगे. शहर में अफवाहों का बाजार गर्म है.
किसी बड़ी घटना के बाद जो होता है पक्ष और प्रतिपक्ष के नेताओं का आना लगा हुआ है. जिनमे प्रमुख हैं प्रतिपक्ष के विजय सिन्हा, पप्पू यादव,आनंद मोहन आदि.
पूर्व सांसद पप्पू यादव ने दो दिन पहले स्पस्ट रूप कई नाम को प्रेस के सामने उजागर किया था. उन्होंने ने कहा एक भीष्म पितामह 50 साल पहले हुए थे एक अभी हैं. हालाँकि इस जघन्य हत्याकांड से शहर की आम जनता को कोई फर्क नहीं पड़ा है पर दबे जुबान में पूर्व सांसद द्वारा कही गई बातों को सच बता रहे हैं.
पूर्व सांसद आनंद मोहन ने आज के दौरे के बाद कहा-किसी की हत्या नहीं होनी चाहिए और इसमें कोई निर्दोष नहीं फंसना चाहिए.
मुजफ्फरपुर पुलिस ने एफआईआर के सिलसिले में एक प्रेस रिलीज जारी किया है जिसमे इन बातों का जिक्र है. एफआईआर में धाराओं का जिक्र, घटना के साजिशकर्ता, लाइनर और घटना को अंजाम देनेवालों छह ज्ञात और अन्य अज्ञात अपराधकर्मियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई है.
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