Muzaffarpur 23 March : जन्तु विज्ञान विभाग, B.R.A. Bihar University में पदस्थापित सहायक प्राध्यापक (अतिथि) डॉ. फाज़ला वाहिद और आर. डी. एस. कॉलेज के डॉ. प्रबाल चटर्जी का शोध पत्र कीट विज्ञान के क्षेत्र की प्रतिष्ठित शोध पत्रिका ‘हेक्सापोडा’ में प्रकाशित हुआ है।
Bihar University डॉ. फाज़ला
लगातार शोध में सक्रिय योगदान
डॉ. फाज़ला ने विभाग के ही डॉ. ब्रज किशोर प्रसाद सिंह के निर्देशन में अपना पीएच.डी. पूरा किया है और तभी से निरंतर शोध कार्य में संलग्न हैं। उनकी मेहनत का परिणाम है कि बीते एक वर्ष में यह उनका पांचवां शोध पत्र है। इससे पूर्व उनके शोध पत्र कीट विज्ञान की प्रतिष्ठित स्कोपस इंडेक्स्ड एवं विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) सूचीबद्ध पत्रिकाओं ‘एंटोमोन’ और ‘इंडियन जर्नल ऑफ एंटोमोलॉजी’ में भी प्रकाशित हो चुके हैं।

विभागाध्यक्ष ने सराहा
डॉ. फाज़ला की इस उपलब्धि पर पूर्व विभागाध्यक्ष एवं ख्यातिप्राप्त कीट वैज्ञानिक प्रो. मनेन्द्र कुमार ने बधाई देते हुए कहा कि विगत 20 वर्षों में यह पहला अवसर है, जब इस विभाग के किसी शोधार्थी का शोध पत्र ‘एंटोमोन’ और ‘इंडियन जर्नल ऑफ एंटोमोलॉजी’ जैसे उच्च स्तरीय जर्नल्स में प्रकाशित हुआ है।
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— RAJESH GOLTOO (@GOLTOO) March 21, 2025
कुलपति को दिया श्रेय
डॉ. फाज़ला ने अपनी इस सफलता का श्रेय Bihar University के कुलपति प्रो. डी. सी. राय को दिया। उन्होंने कहा कि कुलपति महोदय ने उन्हें विभाग में पदस्थापित कर शोध के लिए प्रेरित किया और उनके निरंतर मार्गदर्शन ने उन्हें आगे बढ़ने का अवसर दिया।
शोध में निरंतरता का प्रतीक
डॉ. फाज़ला की यह उपलब्धि विश्वविद्यालय के लिए गर्व का विषय है और उनकी लगन, प्रतिबद्धता एवं वैज्ञानिक दृष्टिकोण को दर्शाती है। उनके निरंतर शोध प्रयासों से विश्वविद्यालय का कीट विज्ञान विभाग राष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान बना रहा है।