Muzaffarpur 22 April : शैक्षिक सहयोग बढ़ाने और अकादमिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए बीआरए बिहार यूनिवर्सिटी और आईआईएलएम विश्वविद्यालय के बीच समझौता हुआ है. समझौते के एमओयू पर बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो दिनेश चंद्र राय एवम आईआईएलएम के कुलपति प्रो सुजाता शाही ने हस्ताक्षर किए.
Bihar University & IILM University

मौके पर कुलपति प्रो दिनेश चंद्र राय ने कहा इस समझौते का मुख्य उद्देश्य अकादमिक आदान-प्रदान, संयुक्त शैक्षणिक कार्यक्रम, उद्यमिता प्रोत्साहन, संयुक्त अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन, कार्यशालाएँ और संसाधन साझाकरण पर है. एमओयू का उद्देश्य सहयोगात्मक अनुसंधान को बढ़ावा देना, विचारों के आदान-प्रदान को सुविधाजनक बनाना और अनुसंधान कौशल को बढ़ाना है. एमओयू के हिस्से के रूप में, दोनों संस्थान राष्ट्रीय हित और राज्य के हितों के विषयों पर बुनियादी और व्यावहारिक अनुसंधान के लिए संयुक्त प्रस्तावों के विकास पर ध्यान केंद्रित करेंगे.

कुलपति प्रो राय ने कहा कि के साथ समझौते से विश्वविद्यालय आईआईएलएम के साथ मिलकर यहां के छात्रों के संवाद कौशल, पर्सनेलिटी डेवलपमेंट एवम अन्य आयामों में वर्तमान में जॉब इंडस्ट्री के अनुरूप ट्रेनिंग देने की दिशा में काम करेगा. कुलपति प्रो राय ने कहा कि साथ ही स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम से विश्वविद्यालय के छात्रों में प्रबंधकीय कौशल बढ़ाने में मदद मिलेगी.
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उन्होंने कहा कि दोनो महत्वपूर्ण संस्थानों का उद्देश्य राज्य के विकास से जुड़े प्रासंगिक विषयों पर शोध की आवश्यकता को देखते हुए जमीनी स्तर पर शोध और नवाचार को प्रोत्साहित करना है तथा यह एमओयू उसमे उसके लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा.
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आईआईएलएम की कुलपति प्रो सुजाता शाही ने कहा कि आईआईएलएम और बीआरए बिहार विश्वविद्यालय सीखने मौके और ज्ञान के आदान-प्रदान के लिए एक गतिशील तथा उपयुक्त वातावरण बनाने के लिए एक साथ आए हैं. उन्होंने साझेदारी की क्षमता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह सहयोग संस्थागत सीमाओं से परे है और नवाचार और अन्वेषण की संस्कृति को बढ़ावा देगा. मौके पर एलएस कॉलेज प्राचार्य प्रो ओमप्रकाश राय, कुलसचिव प्रो संजय कुमार सहित अन्य मौजूद रहे।