Muzaffarpur 18 November : एक प्रतिष्ठित साहित्यिक और राजनीतिक व्यक्तित्व पद्मश्री Mridula Sinha की चौथी पुण्यतिथि पर, बिहार के राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर द्वारा मुजफ्फरपुर, बिहार में उनके सम्मान में एक प्रतिमा का अनावरण किया गया। साहित्य और राजनीति में अपनी शालीनता, विनम्रता और प्रभावशाली योगदान के लिए जानी जाने वाली मृदुला सिन्हा वर्तमान और भावी पीढ़ियों को प्रेरित करती रहती हैं।
पूर्व राज्यपाल Mridula Sinha : प्रतिमा का अनावरण

गोवा की पूर्व राज्यपाल मृदुला सिन्हा बिहार के मुजफ्फरपुर की रहने वाली थीं और गन्नीपुर इलाके में उनका निवास एक यादगार स्थल है। उनके पति डॉ. रामकृपाल सिंह आरडीएस कॉलेज में प्रोफेसर थे और दोनों ने मिलकर इस क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण विरासत छोड़ी।

अपने संबोधन में राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर ने दिवंगत नेता के प्रति गहरा सम्मान व्यक्त किया, उन्हें एक माँ के समान बताया और उनके साथ बिताए गए यादगार पलों को याद किया। उन्होंने कहा, “यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे उनकी प्रतिमा का अनावरण करने का अवसर मिला। एक दयालु नेता और एक असाधारण लेखक के रूप में उनकी विरासत पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी।”

राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर ने अपने संबोधन में साहित्य और शासन में मृदुला सिन्हा के उल्लेखनीय योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने न केवल बिहार बल्कि पूरे देश के लिए प्रेरणा की किरण के रूप में उनकी भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “उनकी सादगी और सार्वजनिक सेवा के प्रति समर्पण ने उन्हें एक प्रिय व्यक्ति बना दिया। उन्हें हमेशा उनके साहित्यिक कार्यों और एक दयालु नेता के रूप में उनकी भूमिका के लिए याद किया जाएगा।” मृदुला सिन्हा, एक निपुण लेखिका, अपनी आकर्षक कहानी कहने के लिए जानी जाती थीं, जो अक्सर ग्रामीण और सांस्कृतिक भारत को सामने लाती थीं।

गोवा की राज्यपाल के रूप में, वह अपने मिलनसार व्यवहार और लोगों को केंद्रित नीतियों के लिए जानी जाती थीं। उनकी प्रतिमा का अनावरण उनकी अदम्य भावना को श्रद्धांजलि और उनकी स्थायी विरासत की याद दिलाता है। इस कार्यक्रम में भावी पीढ़ियों के लिए ऐसे महान व्यक्तियों की स्मृतियों को संरक्षित रखने के महत्व पर भी जोर दिया गया।

पूर्व राज्यपाल की पुत्रवधु श्रीमती संगीता शाही ने बताया की इस अवसर पर ‘पांचवां स्तम्भ’ पुस्तक का विमोचन भी किया गया पांचवां स्तम्भ की शुरुआत पूर्व राज्यपाल द्वारा 2006 में की गई थी. फिर से यह पत्रिका प्रकशित होने लगी है कुछ कारणवश विराम लग गया था. गैर-सरकारी संगठन (एनजीओ) से सम्बंधित सामाजिक पत्रिका है.

इस मौके पर श्रीमती रेणु देवी मंत्री बिहार सरकार, बिहार विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो डीसी राय,पूर्व राजयपाल के पुत्र नवीन सिन्हा ,पुत्रवधु संगीता शाही, पूर्व मंत्री सुरेश शर्मा,प्रॉक्टर बीसी राय ,कुलसचिव अपराजिता कृष्णा, प्राचार्य प्रो ओपी राय, श्रीमती तारण राय, प्राचार्य प्रो ममता रानी,प्राचार्य प्रो अनीता सिंह,प्राचार्य प्रो अमिता शर्मा, अमिताभ कुमार,के साथ साथ विश्वविद्यालय और महाविद्यालयों के शिक्षक और छात्रों के साथ अन्य गण्यमान्य अतिथि भी शामिल हुए.
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— RAJESH GOLTOO (@GOLTOO) November 17, 2024
कार्यक्रम का संचालन मोनालिशा ने कुशलतापूर्वक किया, जबकि दिवंगत राज्यपाल के बेटे नवीन सिन्हा ने धन्यवाद ज्ञापन किया।