Muzaffarpur Smart City Project : Mismanagepur in Detail मुजफ्फरपुर – इज ऑफ डूइंग बिज़नेस के ठीक विपरीत

Advertisements

Muzaffarpur 5 June : मुजफ्फरपुर में चल रहे स्मार्ट सिटी परियोजना के नाम पर बेतरतीब निर्माण और कार्य करने के तरीकों पर सवाल पिछले कुछ महीनों से उठते आ रहे हैं. न प्रशासन की नींद खुल रही है ना सरकार की.

मुजफ्फरपुर के केंद्र में स्थित कल्याणी चौक जहां मुख्य मार्केट है, से होकर मोती झील जाने वाली रास्ते को 72 घंटे के लिए बंद कर दिया गया था. कल्वर्ट निर्माण के लिए. 72 घंटे से भी दोगुने समय बीत चुके हैं कल्वर्ट का निर्माण संभव नहीं हो सकता है. बल्कि इस जलजमाव की कल्याणी चौक पर हो गया जिससे व्यापारियों को व्यापार करने और लोगों को आने जाने में परेशानी हो रही है, बीमारी फैलने का खतरा अलग से है .

खोदे गए गड्ढे में पानी भर गया जिसकी आशंका पहले से थी तो काम बंद हो गया. आने वाले दिनों में बरसात भी होने वाली है. मौसम विभाग ने बरसात की चेतावनी भी दी है. ऐसे में काम संभव नहीं था तो शुरू ही नहीं करना था. फटकार लगाने की बातें तो अखबारों में आती है पर इससे क्या नतीजा निकलेगा.


एक समाचार पत्र के अनुसार शहर के 61 मोहल्लों की गलियों में पानी लगा है और बेतरतीब निर्माण से मोहल्लों और शहर में चलना है मुश्किल. सही से दो चक्के नहीं चला सकते कार की बात छोड़ दीजिए. ऐसे में नगर निगम ने कई तरह के टैक्स थोप दिया शहरवासियों पर दिए हैं. होल्डिंग टैक्स के अलावा पानी टैक्स अलग से देना है. विवादास्पद ट्रेड लाइसेंस तो पहले से ही है जो बिहार के भागलपुर और मुजफ्फरपुर में ही लिया जाता है. अलग बात है व्यापार करने के लिए आपको लाइसेंस की जरूरत पड़ती है पर तरह-तरह के लाइसेंस अलग-अलग क्यों जीएसटी इनकम टैक्स और भी तरह-तरह के लाइसेंस तो लेकर ही कोई बिजनेस करता है. दूसरे आपको तब से देनी है जब से आप कमर्शियल बिजली कनेक्शन के लिए हैं.

कोरोनावायरस और जलजमाव की वजह से मुजफ्फरपुर के व्यवसाय पहले ही त्रस्त हैं. इस तरह के रवैया से मुजफ्फरपुर में व्यापार चौपट होने जा रहा है. इज ऑफ डूइंग बिज़नेस के ठीक उलट हो रहा. व्यापार करना मुजफ्फरपुर में आसान नहीं रह गया है. महंगाई चरम पर है अगर आप दुकान लेने जाएंगे तो आपको एडवांस या पगड़ी के नाम पर लाखों रुपए देने पड़ते हैं उसके बाद आप का किराया होता है मोटा, फिर आप पूंजी लगाते हैं उसके बाद अलग-अलग तरह के टैक्स, ऐसे में व्यापार कैसे हो सकेगा?

मुजफ्फरपुर के कारोबारी आज रविवार को ट्रेड लाइसेंस के मुद्दे पर नगर आयुक्त से मिलेंगे. मुजफ्फरपुर के व्यापारी गोलबंद होकर लाइसेंस शुल्क को लेकर आंदोलन की तयारी कर रहे. नगर आयुक्त से मिलने के लिए समय भी मांगा गया है. लाइसेंस शुल्क के मुद्दे पर बात करने के लिए जुर्माने की राशि को माफ करने की बात हो सकती है. मुजफ्फरपुर चेंबर ऑफ कॉमर्स से जुड़े व्यवसाय आज मिलेंगे नगर आयुक्त से.


गौरतलब है कि कलमबाग चौक पर भी 15 दिनों में निर्माण करने के लिए कल्वर्ट को तोड़ दिया गया था.अब तो 2 महीने होने जा रहे हैं और अभी तक कल्वर्ट का निर्माण पूरी तरीके से नहीं हो पाया है. किसी कार्य पर किसी का कोई नियंत्रण नहीं है

मुजफ्फरपुर नगर निगम और प्रशासन में गुटबाजी की वजह से मुजफ्फरपुर हो गया है. एक गुट काम चाहता है तो दूसरा विरोध करता है, चाहे वह शहर के लिए अच्छा हो या बुरा(उनके लिए अच्छा हो).

मुजफ्फरपुर में हर इलाके में नाला निर्माण गैस पाइपलाइन नल जल योजना को लेकर गड्ढे ही गड्ढे दिखेंगे अच्छी खासी सड़कों को तोड़कर वहां पाइप लाइन बिछाई जा रही है. मानसून की बरसात की आने वाली है,आने वाले दिन मुजफ्फरपुर के लिए अच्छे दिन नहीं साबित होंगे ऐसा प्रतीत हो रहा है कल कल्याणी चौक पर कल कल्वर्ट के लिए खोदे गए गड्ढों में भी दो व्यक्ति गिर गए. मुजफ्फरपुर में इस तरह के बेतरतीब निर्माण से हादसे होने की आशंका हमेशा बनी रहती है.

मुजफ्फरपुर नगर निगम और प्रशासन प्रशासन दोनों को चाहिए कि निर्माण कार्य में तेजी लाएं और निर्माण एजेंसी पर शिकंजा कसा जाए जिससे मुजफ्फरपुर की जनता को थोड़ी राहत मिली.

#Muzaffarpurnews

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top