Muzaffarpur 26 November : आज 26 जनवरी को SKJ Law College मुजफ्फरपुर में दिन के 10:00 बजे सेमिनार हॉल में संविधान दिवस के अवसर पर एक सेमिनार का आयोजन हुआ जिसका विषय था ‘संविधान की विधि को स्वरूप देने में न्यायालय की भूमिका’.
SKJ Law College संविधान दिवस के अवसर पर एक सेमिनार
इस कार्यक्रम का प्रारंभ दीप प्रज्वलन के साथ हुआ जिसमें मुख्य अतिथि श्री विधु भूषण पाठक, अध्यक्ष MACT तिरहुत डिविजन, श्री पीयूष कमल दीक्षित, अध्यक्ष उपभोक्ता आयोग, मुजफ्फरपुर, प्रोफेसर डॉ राजीव कुमार इंस्पेक्टर आफ कॉलेज, बिहार विश्वविद्यालय मुजफ्फरपुर, श्री सुनील कुमार तिवारी, सदस्य उपभोक्ता आयोग मुजफ्फरपुर, SKJ Law College के निदेशक श्री जयंत कुमार,प्राचार्य डॉ केकेएन तिवारी, उप प्राचार्य प्रोफेसर बीएम आजाद उपस्थित रहे.

इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि श्री विधु भूषण पाठक ने अपने संबोधन ने भारतीय संविधान की मूल भावनाओं को विस्तृत रूप से चर्चा करते हुए संवैधानिक विधि को आकार देने में शीर्ष न्यायालय के द्वारा समय-समय पर दिए गए निर्णय पर प्रकाश डाला. जिसमें केशवानंद भारती मामला, डीके वासु मामला, प्रेम शंकर शुक्ला मामला एवं विशाखा मामला, आदि को विस्तार से बताया.
विशिष्ट अतिथि श्री पीयूष कमल दीक्षित ने संवैधानिक विधि में न्यायालय की भूमिका बताते हुए एके गोपालन मामला, गोलकनाथ मामला, सज्जन सिंह मामला, शंकरी प्रसाद मामला पर विस्तार से चर्चा किया.


विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर डॉ राजीव कुमार ने अपने संबोधन में संविधान की दार्शनिक व्याख्या करते हुए भारतीय संविधान की मूल अधिकारों में प्राचीन भारतीय न्यायिक व्यवस्था के मूल व्यवस्थाओं को जोड़ने की आवश्यकता पर बल दिया और कहा कि भारत की प्राचीन ऋषि परंपरा में भी कानून विद्यमान था परंतु भारतीय संविधान निर्माता ने उसे पर ध्यान नहीं दिया बल्कि बाहरी देशों की न्याय व्यवस्था को अंगीकार किया.
विशिष्ट अतिथि श्री सुनील कुमार तिवारी ने संविधान सभा की कार्यकारी अध्यक्ष श्री सच्चिदानंद सिन्हा के कृत्यों को बताते हुए श्री भीमराव अंबेडकर की योगदान पर विस्तृत चर्चा किया.

इसके पूर्व महाविद्यालय के निदेशक श्री जयंत कुमार ने अपने स्वागत संबोधन में महाविद्यालय की स्थापना से लेकर आज तक के शैक्षणिक एवं संरचनात्मक विकास पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए संवैधानिक विधि को स्वरूप देने की न्यायलय के विभिन्न विनिश्चयों को बताया.
प्राचार्य डॉक्टर केके एन तिवारी ने अपने संबोधन ने न्यायालय की भूमिका को समाज के सभी वर्गों के कल्याण के लिए समय-समय पर अपने न्यायिक निर्णय से संवैधानिक विधि को मजबूती प्रदान किया.
इस सेमिनार कार्यक्रम के मध्य में महाविद्यालय द्वारा विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेता को प्रमाण-पत्र एवं मोमेंट से सम्मानित किया गया. जिसमें

वाद-विवाद प्रतियोगिताओं के विजेताओं में प्रभात रंजन, अपर्णा कुमारी, चंद्रकांत सुमन पांडे.
सेमिनार प्रतियोगिता विजेताओं में प्रभात रंजन, न्याशा कौशिक, संदीप कुमार.
रंगोली प्रतियोगिताओं के विजेता पल्लवी कुमारी, रोशनी कुमारी, रूपाली भारती.
सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रतियोगिता के विजेताओं में शालू कुमारी, अंजली कुमारी, ओजस्वी रंजन.
28 नवंबर को RDS College में “रामदयालु सिंह स्मृति दिवस” https://t.co/nliYVTIUJE #Muzaffarpur @DineshCRai pic.twitter.com/8ObRJ0aXy0
— RAJESH GOLTOO (@GOLTOO) November 26, 2024
इस अवसर पर महाविद्यालय के सभी शिक्षक कर्मचारी एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे जिसमें मुख्यतः प्रोफेसर आशुतोष कुमार, प्रोफेसर पंकज कुमार, डॉक्टर एसपी चौधरी, प्रोफेसर आरए सहाय, प्रोफेसर मधु कुमारी, प्रोफेसर धनंजय कुमार पांडे, प्रोफेसर विपिन कुमार, प्रोफेसर प्रेरणा कश्यप, डॉक्टर रविरंजन राय, डॉक्टर अर्चना अनुपम, प्रोफेसर आशीष कुमार सिंह, प्रोफेसर बृजेश कुशवाहा, डॉक्टर सतीश कुमार, प्रोफेसर नितेश कुमार, डॉक्टर सत्यव्रत कुमार, प्रोफेसर धर्मेंद्र कुमार मिश्रा, प्रोफेसर दिलीप कुमार, श्री विवेक कुमार,प्रोफेसर सौम्या साक्षी, प्रोफेसर अरुण कुमार, प्रोफेसर आदर्श नमन, प्रोफेसर रजनीश कुमार,श्री उज्जवल कुमार, श्री प्रेम भूषण कुमार, श्रीमती नीरा कुमारी आदि थे.
इस कार्यक्रम का मंच संचालन प्रोफेसर रत्नेश कुमार एवं धन्यवाद ज्ञापन प्रोफेसर ब्रजमोहन आजाद ने किया