Muzaffarpur 7 March : बिहार राज्य विश्वविद्यालयअतिथि सहायक प्राध्यापक संघ के तत्वावधान में बिहार राज्य के विश्वविद्यालयों के Guest Teachers अतिथि प्राध्यापक अपनी सेवा नियमितीकरण की मांग को लेकर आज दूसरे दिन गर्दनीबाग, पटना में धरना पर बैठे। अतिथि प्राध्यापकों के सेवा नियमितिकरण की आवाज सदन में उठाई जाएगी।
Guest Teachers दूसरे दिन पटना में धरना पर बैठे
विश्वविद्यालयों में कार्यरत अतिथि सहायक प्राध्यापकों की सेवा को नियमित करे सरकार: तेजस्वी यादव

बैठक को संबोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष श्री तेजस्वी यादव ने कहा कि वर्षों से विश्वविद्यालयों में अतिथि प्राध्यापक गुणवत्तापूर्ण शिक्षा लगातार दे रहे हैं। इनकी नियुक्ति यूजीसी गाइडलाइन के अनुसार हुई है। ये लगातार कुशल अध्यापन कार्य से उच्च शिक्षा को गति प्रदान कर रहे हैं। सरकार इनकी सेवा को अविलंब समायोजित करे।
विधान परिषद सदस्य डॉ संजीव कुमार एवं डॉ संजय कुमार सिंह ने कहा कि अतिथि प्राध्यापक लगातार उच्च शिक्षा को गति प्रदान कर रहे हैं। यूजीसी की सारी अर्हताओं को ये पूरा कर रहे हैं। इनकी सेवा का सामंजन होना चाहिए। इनकी सेवा सामंजन की बात सदन में भी उठाई गई है।
विधान परिषद सदस्य श्री अजय सिंह, श्री जीवन सिंह एवं श्री सर्वेश कुमार ने भी अतिथि प्राध्यापकों के सेवा सामंजन की बात कही। सरकार को इस प्रकार के सराहनीय कदम उठाने चाहिए।
University Guest Teacher का सेवा नियमितीकरण की मांग https://t.co/AUUiQwPzDE #Bihar #guestteacher @DineshCRai pic.twitter.com/S4vGoCnCFP
— RAJESH GOLTOO (@GOLTOO) March 6, 2025
ज्ञात हो कि ये अतिथि प्राध्यापक पिछले कई वर्षों से राज्य के विभिन्न विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में अपनी सेवाएँ प्रदान कर रहे हैं। इनकी नियुक्ति विश्वविद्यालय चयन समिति द्वारा यूजीसी के मानदंडों और आरक्षण-रोस्टर प्रणाली के अनुपालन के साथ बिहार सरकार के संकल्प के अनुसार की गई है। इन शिक्षकों ने उच्च शिक्षा की गुणवत्ता बनाए रखने और छात्रों को निर्बाध शिक्षण सुविधा प्रदान करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
विगत वर्षों में विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में स्थायी शिक्षकों की भारी कमी रही है, इसके बावजूद इन अतिथि प्राध्यापकों ने शिक्षा व्यवस्था को सुचारु रूप से चलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इनके समर्पित योगदान को ध्यान में रखते हुए, संघ की प्रमुख मांग है कि सरकार इनकी सेवा को 65 वर्ष की आयु तक नियमित करने की घोषणा करे। यह कदम राज्य की उच्च शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करने में सहायक सिद्ध होगा और हजारों शिक्षकों के भविष्य को सुरक्षित करेगा।

संघ के प्रान्तीय संयोजक एवं बी एन एम यू ,मधेपुरा संघ के अध्यक्ष डॉ. सतीश कुमार दास, बिहार विश्वविद्यालय के अध्यक्ष डॉ ललित किशोर,टी एम बी यू,भागलपुर संघ के अध्यक्ष डॉ आनन्द आजाद,जे पी यू,छपरा संघ के अध्यक्ष डॉ हरिमोहन कुमार,वी के एस यू संघ के अध्यक्ष डॉ आदित्य आनन्द,एल एम एन यू,दरभंगा संघ के अध्यक्ष डॉ बच्चा कुमार रजक,के एस डी एस यू,दरभंगा संघ के अघ्यक्ष डॉ मुकेश कुमार निराला,पटना विश्वविद्यालय संघ के अध्यक्ष डॉ विद्यानन्द विधाता ने कहा कि हमारी सेवा का नियमितीकरण होना चाहिए।संघ ने निर्णय लिया कि संघर्ष लगातार जारी रहेगा।