Patna 20 March : बिहार के अलग-अलग जगहों पर 30 से भी ज्यादा लोगों की मौत शनिवार और रविवार के बीच होली के दौरान संदिग्ध स्थिति में हो गई. सभी के करीबियों की शिकायतें की शराब पीने से हुई मौत. सभी मरने वालों में पेट से संबंधित बीमारी बताये गए. बिहार के तीन अलग-अलग स्थान,भागलपुर बांका और मधेपुरा में 30 से भी ज्यादा लोगों की मौत हो गई है नकली शराब पीने से.
भागलपुर में 17 बांका में 11 और मधेपुरा में 2 लोगों की मौत हुई है. नकली शराब पीने से लोगों के आंखों की रोशनी चली गई है या काम हो गई है. हालांकि सरकार इसे नकली शराब पीने से हुई मौत मानने से इंकार कर रही है. बांका जिले में 11 लोगों की मौत हुई है और सभी एक ही प्रखंड के हैं. बांका में मरने वालों को सभी पेट दर्द आंखों की रोशनी और उल्टी होने की शिकायत कर रहे थे. सभी को शनिवार को रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया गया. रविवार को 11 लोगों की मौत हो गई. मधेपुरा के मुरलीगंज के दिघी गांव में होली दौरान 2 लोगों के मरने की जानकारी है. मौत के कारणों की पुष्टि नहीं हुई है पोस्टमार्टम के बाद पता चलेगा, लेकिन लोगों के अनुसार जहरीली शराब पीने से मौत हुई है.

भागलपुर में 5 नारायणपुर में चार गोराडीह में 3 गजरैली में 3 और नवगछिया के परबत्ता में एक और शाहकुंड में एक व्यक्ति की मौत हुई है. मरनेवालों की संख्या बढ़ सकती है.
इतने सारे जगहों पर सभी के नकली शराब पीने से मौत की आशंका जताई जा रही है.कई लोग अभी भी अस्पताल में भर्ती हैं मरनेवालों की संख्या बढ़ सकती है. कहीं-कहीं पर तो मृतक के परिजन सही बात बताने से भी कतरा रहे हैं. ज्यादातर मरने वाले नौजवान ही बताए जा रहे हैं. मधेपुरा के मुरलीगंज में एक ही शराब आपूर्तिकर्ता आपूर्ति करने वाले से सभी ने शराब खरीदी थी ऐसा बताया जा रहा है.
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— RAJESH GOLTOO (@GOLTOO) March 20, 2022
बिहार में शराब पीकर मरने वालों का सिलसिला रुक नहीं रहा है. हर कुछ दिनों पर ऐसे खबर आ रहे हैं ऐसी खबरें आ जा रही हैं खासकर होली के मौके पर लोग खाते और पीते जरूर हैं तो कहीं ना कहीं पर उपाय उपाय में लगे रहते हैं तो ऐसे में नकली शराब की भी खपत की जाती है. पूर्ण शराबबंदी की वजह से बिहार में शराब नहीं मिलते हैं तो नकली शराब को खपाया जाता है. इन मौकों पर लिहाजा असली तो मिलते नहीं है नकली शराब के चक्कर में हमारे नौजवान धंधे वालों के जाल में फंस जाते हैं और शराब पीते हैं. जो नकली होती है और उनकी आंखों की रोशनी जाती है, तबीयत खराब होती है या जान भी चली जाती है. बिहार पुलिस का प्रमुख काम तो शराब रोकना ही है शराब बंदी ही है.पुलिस हर जगह पर उपलब्ध नहीं हो सकती है इस वजह से इस तरह की घटनाएं हो जाती हैं ऐसे में लोगों को जागरूक करना सबसे प्रमुख काम है.

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