Muzaffarpur 3 January : सेवा नियमितीकरण के मुद्दे को लेकर बीआर अंबेडकर बिहार विश्वविद्यालय अतिथि प्राध्यापक Bihar University Guest Teachers संघ की बैठक आरबीबीएम कॉलेज में हुई।
Bihar University Guest Teachers
बैठक में सभी कॉलेज के प्रतिनिधियों ने भावी कार्य योजना पर विचार विमर्श किया। विचार किया गया कि जल्द ही संघ का प्रतिनिधिमंडल अतिथि प्राध्यापकों के सेवा समायोजन को लेकर मुख्यमंत्री से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपेंगे। इसके साथ ही संघ शिक्षा मंत्री एवं शिक्षा विभाग के अधिकारियों से अपने सुरक्षित भविष्य को लेकर ज्ञापन सौंपेंगे। संघ के अध्यक्ष डॉ ललित किशोर ने बताया कि बिहार के सभी विश्वविद्यालयों के अतिथि प्राध्यापक संघ के प्रतिनिधि मंडल मुख्यमंत्री से लेकर शिक्षा विभाग के तमाम अधिकारियों के साथ जनसंपर्क अभियान के तहत अपनी बातों को मजबूती से रखेंगे।
अतिथि प्राध्यापकों ने विगत पांच-छह वर्षों में गुणवत्तापूर्ण शैक्षिक माहौल बनाने में अहम भूमिका निभाया है: डॉ ममता रानी

संघ का प्रतिनिधिमंडल जल्द ही नवनियुक्त राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खां से भी मिलकर ज्ञापन सौंपेंगे।
अतिथि प्राध्यापकों ने कॉलेज की प्राचार्या डॉ ममता रानी से मिलकर संघ की कार्य योजना के बारे में बताया।
RDS College में Savitribai Phule देश की पहली महिला शिक्षिका https://t.co/ZzbxZAKgn3 #muzaffarpur #rdcollege @DineshCRai pic.twitter.com/3EeXudMxZD
— RAJESH GOLTOO (@GOLTOO) January 3, 2025
प्राचार्य डॉ ममता रानी ने सभी अतिथि प्राध्यापकों को नव वर्ष की शुभकामनाएं दी और कहा कि विगत पांच वर्षों से पूरे बिहार में अतिथि प्राध्यापकों ने गुणवत्तापूर्ण शैक्षिक माहौल बनाने में अहम भूमिका निभाई है। उच्च शिक्षा को गति प्रदान किया है। समय-समय पर सेमिनार, वर्कशॉप और अन्य शैक्षिक गतिविधियों के माध्यम से एक अलग ही पहचान बनाई है। इनकी नियुक्ति यूजीसी के मापदंडों के अनुसार विश्वविद्यालय चयन समिति द्वारा आरक्षण रोस्टर का पालन करते हुए की गई है। अतः सरकार को इनकी सही मांगों पर विचार करना चाहिए।

मौके पर संघ के डॉ ललित किशोर, डॉ राघव मणि, डॉ सर्वेश्वर कुमार सिंह, डॉ नितेश कुमार, डॉ सबीना परवीन, डॉ मोमिता बनर्जी, डॉ विनीता रानी, डॉ मंजूश्री, डॉ पूजा शेखर, डॉ रागनी, डॉ राकेश कुमार, डॉ संजय कुमार यादव, डॉ राकेश रंजन, डॉ राजेश कुमार, डॉ निलेश कुमार लोधी, डॉ राम किशोर, डॉ पी एन सिंह आदि मौजूद थे।