क्रिकेट के नियमों में बड़ा बदलाव आया है. MCC मेरिलबोन क्रिकेट क्लब ने बुधवार को इंटरनेशनल क्रिकेट के नियमों में बदलाव का ऐलान किया है. नए नियम 1 अक्टूबर से लागू होंगे. ऑस्ट्रेलिया में होने जा रहा है T20 वर्ल्ड कप क्रिकेट उसके पहले क्रिकेट के नियम बदल जाएंगे.
एमसीसी के नए नियमो के प्रबंधक स्टीवर्ट ने कहा -क्रिकेट के नियमों के 2017 कोड के प्रकाशन के बाद से, खेल कई मायनों में बदल गया है। 2019 में प्रकाशित उस संहिता का दूसरा संस्करण, ज्यादातर स्पष्टीकरण और मामूली संशोधन था. 2022 संहिता में कुछ बड़े बदलाव किये गए हैं.अक्टूबर में इनके लागु होने के पहले दुनिया भर के अधिकारीयों को इनके बारे में समझाने का समय देना होगा.

क्रिकेट मैच के नए नियम
Law 1
एक नया क्लॉज, लॉ 1.3 की शुरूआत बताती है कि प्रतिस्थापन के साथ ऐसा व्यवहार किया जाना चाहिए जैसे कि वे खिलाड़ी थे जिन्हें उन्होंने प्रतिस्थापित किया था.इस नये नियम के तहत यदि प्लेयर अपनी बल्लेबाजी कर चुका है तो मैदान पर उसकी जगह आने वाले प्लेयर उस पारी में बल्लेबाजी नहीं कर सकेगा. यदि खिलाड़ी पर कोई पेनल्टी, सस्पेंशन, हुआ है तो यह सभी उस पर भी लागू होंगे.
MCC has today announced its new code of Laws for 2022, which will come into force from 1 October.
— Marylebone Cricket Club (@MCCOfficial) March 8, 2022
Full information on the changes ⤵️#MCCLaws
Law 18 खिलाड़ी के आउट होने के बाद नया प्लेयर लेगा स्ट्राइक
किसी खिलाड़ी के आउट होने के बाद नए खिलाड़ी आते थे और स्ट्राइक लेते थे. अब नए नियम के मुताबिक कोई भी खिलाड़ी आउट होने के बाद नया खिलाड़ी नया खिलाड़ी ही स्ट्राइक लेगा. भले ही विकेट गिरने से पहले खिलाड़ियों ने स्ट्राइक ही क्यों ना बदल ली हो, जैसा कि हम सभी देखते हैं कैच होने के दौरान खिलाड़ियों के पाले बदल जाते हैं तो नए खिलाड़ी दूसरे छोर में खड़े होते हैं. अब किसी भी तरीके से आउट होने के बाद नया खिलाड़ी ही स्ट्राइक लेगा. एनसीसी के प्रस्ताव के बाद इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड द्वारा पहली बार द हंड्रेड लीग में इस नए नियमों का प्रयोग किया गया था
Law 38 मांकडिंग Mankading
मांकडिंग पर अब रन आउट हो जाएंगे आप. मांकडिंग का मतलब आप समझ गए होंगे जैसा कि अश्विन ने बटलर को. खिलाड़ी बॉलिंग करते होते हैं और नॉन स्ट्राइकर पर जो बल्लेबाज होते हैं धीरे-धीरे आगे बढ़ते हैं और कभी-कभी वह अपनी सीमा रेखा को छोड़कर भी आगे बढे होते हैं रन लेने के उतावले पन में . इस तरीके से यदि कोई बॉलर ने उसी छोड़कर के विकेट पर बॉल मार देता है तो उसे आउट माना जाएगा.पहले भी आउट माना जाता था पर अब यह नियम बन गया है. हालांकि पहले इसे खेल खेल भावना के खिलाफ माना जाता था लेकिन अब इसे पहले यह Law 31 के अनुसार खेल भावना के खिलाफ माना जाता था लेकिन अब इसे Law 38 यानी रन आउट के तहत रखा जाएगा. दूसरे छोर पर खड़े बल्लेबाज को रन आउट करने संबंधी नियम 41.16 को नियम 41 (अनुचित) खेल से हटाकर नियम 38 (रन आउट) में डाल दिया गया है.

मांकडिंग का नाम कहाँ से आया – 1948 भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच एक टेस्ट के दौरान भारत के पूर्व खिलाड़ी वीनू मांकड़ ऑस्ट्रेलिया के बिल ब्राउन को इसी तरीके से आउट किया था जिसमें बिल ब्राउन आगे निकल गए थे और विनू मांकड ने उनकी गिल्ली उड़ा दी थी बोलिंग करते हुए. इसके बाद से वीनू मांकड़ के नाम के आधार पर इस आउट को ही नाम दे दिया गया मांकडिंग. इस तरह से आउट करना हमेशा विवादों में रहा है कुछ खिलाड़ी से अच्छा मानते हैं कुछ बुरा मानते हैं.
Law Number 20.4.2.12 डेड बॉल
डेड बॉल के भी नियम बदल गए हैं मैदान के अंदर किसी व्यक्ति जानवर अन्य वस्तु से किसी भी पक्ष को नुकसान होता है तो डेड बॉल हो जाएगा. कभी कोई जानवर पक्षी जैसे कुत्ता या कोई फैंस अचानक से मैदान में आ जाते हैं और खेल पर असर पड़ता है तो अंपायर डेड बॉल का संकेत दे सकते हैं.

Law 22.1 Wide Ball
आज क्रिकेट खेल के बदलते स्वरुप में बोलिंग के पहले बल्लेबाज अपनी जगह छोड़ इधर उधर करने लगते हैं गेंदबाज को चकमा देने के लिए.अंततः वाइड बॉल करार दिया जाता था पर अब नियम बदल गए.अब गेंदबाजी शुरू होने समय बल्लेबाज के खड़े होने के स्थान से वाइड बॉल निर्धारित होगा न की बल्लेबाज के बदले हुए स्थान से (बोलिंग के बाद).

Law 25.8 पिच छोड़ने के लिये मजबूर करने वाली कोई भी गेंद नोबॉल होगी.
अगर गेंद को पिच से गिरती है, तो नया कानून 25.8 स्ट्राइकर को गेंद को खेलने की इजाजत देता है जब तक कि उनके बल्ले या व्यक्ति का कुछ हिस्सा पिच के भीतर रहता है। यदि बैटर इससे आगे निकल जाता है तो डेड बॉल करार दिया जायेगा . पिच छोड़ने के लिये मजबूर करने वाली कोई भी गेंद नोबॉल होगी.
Rule Number 27.4 & 28.6 छेत्ररक्षक फील्डर की कोई गलती
छेत्ररक्षक फील्डर की कोई गलती -फीलिंग टीम का कोई सदस्य गलत तरीके से कोई मोमेंट करता दिखेगा तो बैटिंग साइड टीम को पेनल्टी के तौर पर 5 रन दिए जाएंगे पहले इसे डेड बॉल घोषित किया जाता था .

Law 41.3 No Saliva
एमसीसी ने गेंदों को चमकाने के लिए थूक के इस्तेमाल पर रोक लगा दिया है जैसा कि हम सभी जानते हैं कोरोनावायरस बाद से गेंदों थूक को लगाने की मनाही थी. पर अब यह कानून का रूप लेकर हमेशा के लिए प्रभावी हो जाएगा. जैसा कि हम सभी जानते हैं कि गेंदों को चमकाने के लिए खिलाडी द्वारा थूक का इस्तेमाल होता है पसीने कभी इस्तेमाल होता है.गेंदों को चमकाने के लिए खिलाड़ी शुगर कोटेड प्रोडक्ट का यूज करते हैं. इस तरीके को अब अनुचित माना जाएगा. इसलिए अब गुजरे जमाने की बात हो गई गेंदों पर थूक लगाकर चमकाने की .
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