कोरोना की बीमारी में 2 साल कावड़ यात्रा श्रद्धालुओं के लिए नहीं होने दिया गया सावधानियों को लेकर. दो वर्ष बाद शुरू हुए कावड़ यात्रा में श्रद्धालुओं का उत्साह देखते बन रहा था. पहलेजा से लेकर गरीब नाथ मंदिर तक बाबा के दरबार में पहुंचने का उत्साह श्रद्धालुओं में चरम पर था.

Muzaffarpur 25 July : मुजफ्फरपुर में कांवरिया यात्रा के दौरान आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा. कोरोना की बीमारी में 2 साल कावड़ यात्रा श्रद्धालुओं के लिए नहीं होने दिया गया था सावधानियों को लेकर. दो वर्ष बाद शुरू हुए कावड़ यात्रा में श्रद्धालुओं का उत्साह देखते बन रहा था. पहलेजा से लेकर गरीब नाथ मंदिर तक बाबा के दरबार में पहुंचने का उत्साह श्रद्धालुओं में चरम पर था.












‘बोल बम के नारा बा बाबा एक सहारा बा बाबा नगरिया दूर है जाना जरूर ‘है. इस तरह के नारों से गूंज उठा था कांवरिया पथ. राम दयालु सिंह कॉलेज के परिसर में तो तिल भर की जगह नहीं थी. नाचते गाते कांवरियों की टोली रास्ते भर दिखे. शिविर लगाए सेवकों की भी सेवा करने की आस्था देखने को बनती है. शिवमय माहौल में आपके लिए चित्रों को संजोया है.

Muzaffarpur Crime News :मुजफ्फरपुर में दवा व्यवसाई को दुकान से निकाल अपराधियों ने गोली मारी – GoltooNews https://t.co/xZIaKOyhBl #Muzaffarpur #CrimeNews
— RAJESH GOLTOO (@GOLTOO) July 24, 2022


श्रद्धालु जैसे-जैसे बाबा गरीबनाथ धाम के नजदीक आ रहे थे उनका उत्साह उतना ही बढ़ते जा रहा था और उनकी थकान गायब हो रही थी. खास बात तब होती है जब का कांवरिया रामदयालु नगर से शहर में प्रवेश करते हैं तो वह लगता है कि अब बाबा का दरबार आ गया बाबा नगरी पहुंच गए हैं. वैसे मुजफ्फरपुर को बिहार का बाबा नगरी और बिहार का देवघर भी कहते हैं.




रास्ते भर में जितने भी कॉलेज और स्कूल हैं सभी में शिविर लगाए गए थे. एक स्कूल को छोड़कर एक विद्यालय के सामने लिखा था कांवरियों का प्रवेश निषेध है. इनके अलावा जो भी जगह बन पड़ा और चाहे पेट्रोल पंप को कोई दुकान हो बड़े शोरूम हो या स्कूल विद्यालय होटल सभी ने खुले दिल से कांवरियों का स्वागत किया और सेवा भी की.
#Garinathmandir #Babanagri #Deoghar #Muzaffarpur