कार्डियक अरेस्ट प्रभावित व्यक्तियों के जीवन को आप भी बचा सकते हैं सीपीआर से

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हार्ट अटैक की रोकथाम तथा जीवन रक्षा में सहायक सीपीआर पर सामूहिक जागरूकता अत्यंत ही आवश्यक है, इससे ना केवल जिंदगियां बचाई जा सकती हैं, बल्कि इससे स्वस्थ रह कर कार्यों एवं दायित्वों का समुचित निर्वहन किया जा सकता है-जिलाधिकारी

Muzaffarpur 11 January : समाहरणालय सभागार, मुजफ्फरपुर के ग्राउंड व प्रथम तल में जयप्रभा मेदांता सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, पटना, एसडीआरएफ एवं जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, मुजफ्फरपुर के संयुक्त तत्वाधान में ह्रदय रोगों से बचाव एवं गोल्डन आवर में सीपीआर (Cardiopulmonary Resuscitation)आधारित प्रशिक्षण सह जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। उक्त कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री प्रणव कुमार जिलाधिकारी सह अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण मुजफ्फरपुर द्वारा की गई। कार्यक्रम में तकनीकी वक्ता के रूप में डॉ अजय कुमार सिन्हा, निदेशक, क्लिनिकल कार्डियोलॉजी, जयप्रभा मेदांता सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, पटना, डॉ सुधा रंजन, कंसलटेंट इंस्टीट्यूट आफ कार्डियक साइंसेज, जयप्रभा मेदांता सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, पटना उपस्थित रहे।

डॉ अजय कुमार सिन्हा, निदेशक, क्लिनिकल कार्डियोलॉजी, जयप्रभा मेदांता सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, पटना, डॉ सुधा रंजन, कंसलटेंट इंस्टीट्यूट आफ कार्डियक साइंसेज, जयप्रभा मेदांता सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, पटना

उक्त कार्यक्रम में श्री आशुतोष द्विवेदी, उप विकास आयुक्त मुजफ्फरपुर सुश्री सारा अशरफ, सहायक समाहर्ता, मुजफ्फरपुर, डॉ उमेश चंद्र शर्मा , सिविल सर्जन, मुजफ्फरपुर, डॉ अजय कुमार, अपर समाहर्ता आपदा प्रबंधन, मुजफ्फरपुर, श्री ओम प्रकाश, अपर समाहर्ता विभागीय जांच मुजफ्फरपुर, श्री कुमार अभिषेक, प्रभारी पदाधिकारी, जिला आपदा प्रबंधन प्रशाखा, मुजफ्फरपुर सहित जिला स्तरीय सभी पदाधिकारी तथा समाहरणालय लिपिक संवर्ग के सभी कर्मी, प्रोग्रामर तथा आईटी सहायक इस जागरूकता प्रशिक्षण कार्यक्रम में उपस्थित रहे।

जिलाधिकारी मुजफ्फरपुर द्वारा मुख्य उद्बोधन

श्री प्रणव कुमार, जिलाधिकारी मुजफ्फरपुर द्वारा अपने मुख्य उद्बोधन में कहा गया कि वर्तमान समय में जीवन शैली तथा फिटनेस पर ध्यान देना बेहद आवश्यक है। उन्होंने कहा कि हार्ट अटैक तथा कार्डियक अरेस्ट के मामले बढ़ते जा रहे हैं तथा इसकी रोकथाम तथा जीवन रक्षा में सहायक सीपीआर पर सामूहिक जागरूकता अत्यंत ही आवश्यक है, इससे ना केवल जिंदगियां बचाई जा सकती हैं, बल्कि इससे स्वस्थ रह कर कार्यों एवं दायित्वों का समुचित निर्वहन किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के महत्वपूर्ण कार्यक्रम सभी विभागों, मीडिया, विद्यालयों तथा कॉलेजों के सहयोग से आयोजित किए जाएंगे ताकि लोगों के जीवन की रक्षा की जा सके।

कार्डियक अरेस्ट प्रभावित व्यक्तियों के जीवन को आप भी बचा सकते हैं सीपीआर से

कार्डियक अरेस्ट प्रभावित व्यक्तियों के जीवन को गोल्डन आवर में सीपीआर से बचाया जा सकता है.

डॉ अजय कुमार सिन्हा, निदेशक, क्लिनिकल कार्डियोलॉजी, जयप्रभा मेदांता सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, पटना ने सीपीआर के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह अस्पताल पूर्व तकनीक बेहद साधारण है तथा इसका सदुपयोग कर विभिन्न दुर्घटनाओं, आपदाओं, हार्ट अटैक, कार्डियक अरेस्ट जैसी परिस्थितियों में प्रभावित व्यक्तियों के जीवन को गोल्डन आवर में त्वरित प्रतिक्रिया कर बचाया जा सकता है। उनके द्वारा पीपीटी प्रस्तुतीकरण व एसडीआरएफ टीम के सहयोग से प्रदर्शन कर सीपीआर की संपूर्ण कार्य प्रणाली पर तकनीकी जानकारी दी गई। उनके द्वारा ऐसी परिस्थितियों से बचाव हेतु कई महत्वपूर्ण टिप्स भी दिए गए। उन्होंने कोलेस्ट्रॉल कम करने तथा डायबिटीज पर नियंत्रण सलाह दी। उन्होंने कहा कि जिम में सामान्य एक्सरसाइज करें, अत्यधिक एक्सरसाइज स्वास्थ के लिए घातक है। उन्होंने प्रतिभागियों को विभिन्न बीमारियों से बचाव हेतु कई महत्वपूर्ण टिप्स दिए।

सीपीआर क्यों जरुरी है …

डॉ सुधा रंजन, कंसलटेंट इंस्टीट्यूट आफ कार्डियक साइंसेज, जयप्रभा मेदांता सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, पटना ने हार्ट अटैक तथा कार्डियक अरेस्ट के अंतर पर जानकारी देते हुए कहा कि हार्ट अटैक में व्यक्ति की मृत्यु तुरंत होने की संभावना कम होती है परंतु कार्डियक अरेस्ट में व्यक्ति की मृत्यु तुरंत होने की संभावना होती है। दोनों परिस्थितियों में प्रभावित व्यक्ति को तुरंत सीपीआर देना बेहद महत्वपूर्ण है। उन्होंने हृदय रोगों की रोकथाम पर प्रकाश डालते हुए कहा कि प्रकृति से अधिक से अधिक जुड़ाव रखें तथा पौष्टिक आहार लें। उन्होंने नियमित स्वास्थ्य जांच कराने की सलाह दी।

शीतलहर मे क्या रखें सावधानियां …

डॉ उमेश चंद्र शर्मा , सिविल सर्जन, मुजफ्फरपुर द्वारा शीतलहर से बचाव पर जानकारी दी गई। उन्होंने कहा कि रात में अचानक बेड से नहीं उठें, कुछ मिनट बैठने व आराम करने के बाद ही दैनिक निवृत्ति व अन्य कार्य करें। उन्होंने शीतलहर के दौरान सुबह की सैर कम करने की सलाह दी तथा गरम पेय पदार्थ पौष्टिक आहार लेने की सलाह दी। आने जाने के लिए बीमारियों से बचाव हेतु कई महत्वपूर्ण टिप्स प्रतिभागियों को दिए।

श्री छत्रपाल पांडे, टीम कमांडर, एसटीआरएफ, मुजफ्फरपुर द्वारा विभिन्न आपदाओं से बचाव पर महत्वपूर्ण जानकारी दी गई।

धन्यवाद ज्ञापन करते हुए श्री आशुतोष द्विवेदी, उप विकास आयुक्त, मुजफ्फरपुर ने कहा कि स्वस्थ जीवन शैली मनुष्य की कार्य क्षमता को बढ़ाने में सहायक है। इस तरह का प्रशिक्षण पदाधिकारियों एवं कार्मिकों को स्वस्थ तथा फिट रखने में सहायक सिद्ध होगा।

कार्डियक अरेस्ट प्रभावित व्यक्तियों के जीवन को आप भी बचा सकते हैं सीपीआर से

समाहरणालय सभागार के प्रथम एवं द्वितीय तल में 200 से अधिक पदाधिकारी,मीडियाकर्मी व कर्मी इस कार्यक्रम में उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम का संचालन श्री मोहम्मद साकिब खान, कंसलटेंट/डीएम प्रोफेशनल, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, मुजफ्फरपुर द्वारा किया गया।

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