Muzaffarpur Smart City Project : अब कल्याणी चौक पर एक और कल्वर्ट निर्माण के लिए रास्ता बंद, बनेगा स्टॉर्म वॉटर ड्रेनेज

Advertisements

ब कल्याणी चौक पर एक और कल्वर्ट निर्माण के लिए रास्ता बंद, बनेगा स्टॉर्म वॉटर ड्रेनेज

Muzaffarpur 13 June : मुजफ्फरपुर नगर निगम प्रशासन शहर को जलजमाव की मुक्ति से दिलाने की पूरी कोशिश कर रही है. इसी कोशिश में स्मार्ट सिटी निर्माण के तहत तीन स्टॉर्म वॉटर ड्रेनेज का निर्माण होगा. मुजफ्फरपुर स्मार्ट सिटी एमडी और नगर आयुक्त विवेक रंजन मैत्रेय ने संजय सिनेमा गरीब अस्थान बालू घाट और कटहि पुल में स्टॉर्म वॉटर ड्रेनेज बनाने को हरी झंडी दिखाई .

मुजफ्फरपुर नगर निगम ने स्मार्ट सिटी बनाने वालों को इसकी डिजाइन अगले 30 साल में बढ़ने वाले समस्याओं को ध्यान रखते हुए स्टॉर्म वॉटर ड्रेनेज की डिजाइन बनाने की जिम्मेदारी दी है.नगर आयुक्त ने यह भी बताया कि फरदो नाला की सफाई की जा रही है 80% काम हो गया है. मौसम ने साथ दिया तो अगले कुछ दिनों में मोतीझील तक इसकी सफाई पूरी हो जाएगी.

नए स्टॉर्म वॉटर ड्रेनेज से अगले 30 साल तक मुजफ्फरपुर को जलजमाव से बड़ी राहत मिलने की उम्मीद रहेगी. पहला स्टॉर्म वॉटर ड्रेनेज गरीब अस्थान बालू घाट का मोहल्ला स्लूइस गेट पर दूसरा स्टॉर्म वॉटर ड्रेनेज संजय सिनेमा रोड से दामोदरपुर गोमती तक तीसरा स्टॉर्म वॉटर ड्रेनेज कटहि पुल रोड में छाता चौक तक.

मुजफ्फरपुर को जलजमाव से मुक्ति दिलाने के लिए अभी कल्याणी चौक पर कल्वर्ट का निर्माण समाप्त हुआ है. सर की पूरी तरह से आवाजाही की शुरुआत नहीं हुई है. जिसे 72 घंटे के लिए तोड़ा गया था और बनाने में लगा है 15 दिन, प्री कास्ट स्ट्रक्चर से बनाया गया है.

पहले से बनाया गया ढांचा (प्री कास्ट स्ट्रक्चर) से अब हरिसभा रोड की तरफ जाने वाले कल्वर्ट को बनाने की तैयारी शुरू हो गई है. इसी कल्वर्ट निर्माण की तैयारी में कल से कल्याणी चौक से हरिसभा की तरफ जाने का रास्ता को बंद कर दिया गया और सड़क को तोड़ दिया गया. इन जगहों पर अतिक्रमण कर दुकानें बनाई गई थी जिसे हटा दिया गया है.


कल्वर्ट निर्माण को लेकर मुजफ्फरपुर के लोगों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है कलमबाग चौक में भी कल्वर्ट का निर्माण हुआ जिसकी चौड़ाई को बढ़ानी थी पर वह उसी चौड़ाई की बनी है जिस चौड़ाई की पहले थी थोड़ी ऊंचाई से जरूर बढ़ गई है पर 2 महीने आम जनता को आम नागरिकों को काफी फजीहत झेलनी पड़ी है.

कलमबाग रोड के रास्ता लम्बे समय तक बंद होने के कारण प्रीकास्ट स्ट्रक्चर से कल्याणी कल्वर्ट बनाया गया जो 15 दिनों के आसपास में बनकर तैयार हो गया. अब इसी तरीके के स्ट्रक्चर से हरिसभा की तरफ जाने वाले कल्वर्ट को बनाने की तैयारी शुरू हो गई है. कल्याणी चौक पर पिछले 1 महीने से आना-जाना काफी परेशानी का सबब रहा है और इस सड़क के बंद हो जाने से और भी दबाव बढ़ गया है.

कल्याणी के बाद हरिसभा और उसके बाद छाता चौक पर भी तोड़ने की बात की जा रही है. अगले कुछ दिनों के अंदर छाता चौक कल्वर्ट निर्माण के लिए भी, छाता चौक से एलएस कॉलेज की तरफ के रास्ते को बंद कर दिया जाएगा.


मुजफ्फरपुर के नागरिक पहले से ही बेतरतीब नालों के निर्माण से परेशान हैं. पहले ३-3 फीट ऊंचे नाले बनाए जाते थे उसके बाद से नालों को महीनों बनाने की प्रक्रिया के कारण शहरवासी अब काफी परेशानी झेल रहे हैं. और अगले कुछ दिनों में मानसून की बरसात भी शुरू हो जाएगी .अब मुजफ्फरपुर की परेशानी शुरू होने वाली है.

मुजफ्फरपुर मोतीझील में नालों का निर्माण नहीं हो पाया है और नालों के ऊपर लगे हैं छड़. कोई भी गिरेगा तो उसे काफी चोट पहुंच सकती है. मुजफ्फरपुर में चल रहे एक साथ कई तरह के निर्माण से आम जनता के साथ-साथ व्यवसाय भी प्रभावित हो रहा है. जब ग्राहक, दुकान में पहुंच नहीं पाएंगे तो व्यवसाय कैसे होगा.

व्यवसाय की बात करेंगे तो ट्रेड लाइसेंस की बात करना कैसे भूले. बिहार के 2 जिलों में ही ट्रेड लाइसेंस लिए जाते हैं मुजफ्फरपुर और भागलपुर में. ट्रेड लाइसेंस लेने की बात नगर प्रशासन के द्वारा की जा रही है वह भी जब से आप जीएसटी लिए हैं या आप जब से बिजली का कमर्शियल कनेक्शन हैं.


होना यह चाहिए था कि 1 या 2 साल के कमर्शियल टैक्स लेना चाहिए था या जब से यह नियम बना है तब से और नहीं तो पिछले पीछे के सालों में एक 2 साल के फाइन लेकर. जैसा जिला नगर प्रशासन का का कहना है कि जब से जीएसटी या कमर्शियल बिजली कनेक्शन लिए हैं तब से आपको लाइसेंस लेना पड़ेगा नहीं तो जुरमाना और दुकाने सील की जा रही है, जो यहां के व्यवसायियों को मंजूर नहीं है. छोटे-मोटे व्यवसायियों के लिए दे पाना भी मुश्किल है. ट्रेड लाइसेंस के विरोध में व्यवसाई आंदोलन पर उतर आए हैं और 1 दिन तो जन विकास मोर्चा के आह्वान पर मुजफ्फरपुर बंद भी रखा गया था .

व्यवसाय करने को कठिन बनाए जाने से नए लोग व्यवसाय में उतरने के पहले हतोत्साहित हो जायेंगे. व्यवसाय करने के लिए दुकान लेना पड़ती है अग्रिम राशि देकर (मोटा रकम) फिर दुकान में पूंजी .इनके बाद तरह तरह के टैक्स में सहूलियत देने के बदले दिक्क्तों को बढ़ा रही है सरकार. इज ऑफ़ डूइंग बिजिनेस कहीं नजर नहीं आ रहा बिहार में . दो साल कोरोना की भेंट फिर बरसात की मार,फिर स्मार्ट सिटी निर्माण और अब टैक्स पर टैक्स.

#Muzaffarpurnews

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top