Muzaffarpur 9 April : उत्तर बिहार से दिल्ली जाने वाले यात्रियों मुजफ्फरपुर समस्तीपुर दरभंगा सहरसा उत्तर बिहार से दिल्ली मुंबई के यात्रियों को अब बहुत बड़ी सुविधा देने जा रही है भारतीय रेल. उत्तर बिहार के मुजफ्फरपुर सहरसा से होते हुए दिल्ली और मुंबई के लिए वंदे भारत एक्सप्रेस चलेगी. नई रूट पर 10 वंदे भारत एक्सप्रेस चलाने का प्रस्ताव बनाया गया है. इसमें दो ट्रेन उत्तर बिहार से चलेगी. सहरसा से दिल्ली मुजफ्फरपुर के रास्ते वंदे भारत एक्सप्रेस चलेगी.
मुजफ्फरपुर ने शिद्दत से चाहा था इसलिए पाया है, हर सहयोगी का आभार।
— Thakur Divya Prakash (@Divyaprakas8) April 9, 2022
मिलकर आवाज उठायेंगे सबकुछ मुजफ्फरपुर लाएंगे ठीक है!
📍 रेल मंत्रालय, नई दिल्ली
📅 20 फरवरी 2022
Keep asking #Muzaffarpur #MuzaffarpurAsks pic.twitter.com/svcqZ7eqlb
मुजफ्फरपुर के लोगों ने का अपनी मांग रखी थी दिल्ली जाने के लिए उन्हें 20 से 25 घंटे लग जाते हैं किसी भी ट्रेन में. मुजफ्फरपुर से एक ऐसी ट्रेन की जरूरत थी जो 14 से 18 घंटे के बीच दिल्ली पहुंचा दे. ट्विटर पर अभियान भी चलाया गया था वंदे भारत को चलाने के लिए.
@IRCTCofficial
— Itendra Tyagi (@ItendraTyagi) April 3, 2022
PNR No. 2337830890 Train No. & Name: 22440 / SVDK VANDEBHARAT Quota: GENERAL (GN)
Coach No. C11/65.
I'm traveling in Vande bharat from katra to New Delhi. It is great experience. Staff members are very helpful. Food quality and Cattering services are also good. pic.twitter.com/dPQ0ol9xCX
वंदे भारत को चलाने की तैयारी शुरुआत हो गई है रेलवे ट्रैक को अपग्रेड किया जा रहा है साथ में पुलिया और रास्ते में पड़ने वाले ब्रिज को मजबूत किया जा रहा है.

वंदे भारत एक्सप्रेस के परिचालन की तैयारी चल रही है और मंजूरी मिलते ही वंदे भारत ट्रेन चलने लगेगी.

वंदे भारत एक्सप्रेस, जिसे ट्रेन 18 के रूप में भी जाना जाता है, एक भारतीय अर्ध-उच्च गति, इंटरसिटी, ईएमयू ट्रेन है जो भारतीय रेलवे द्वारा मार्च 2022 तक केवल दो प्रमुख मार्गों पर संचालित होती है. एक नई से दिल्ली (NDLS) से श्री माता वैष्णो देवी कटरा (SVDK) और दूसरी नई दिल्ली (NDLS) से वाराणसी (BSB) तक। इसे 18 महीने की अवधि में भारत सरकार की मेक इन इंडिया पहल के तहत पेरंबूर, चेन्नई में इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (आईसीएफ) द्वारा डिजाइन और निर्मित किया गया था। पहले रेक की इकाई लागत ₹100 करोड़ (US$13 मिलियन) आंकी गई थी, हालांकि बाद के उत्पादन के साथ इसके कम होने की उम्मीद है। मूल कीमत पर, यह यूरोप से आयातित समान ट्रेन की तुलना में 40% सस्ता होने का अनुमान है। ट्रेन को 15 फरवरी 2019 को शुरू किया गया था, जिस तारीख तक एक दूसरी इकाई का उत्पादन और सेवा के लिए तैयार किया गया होगा। 27 जनवरी 2019 को इस सेवा का नाम ‘वंदे भारत एक्सप्रेस’ रखा गया। जनवरी 2021 में, भारतीय रेलवे ने हैदराबाद स्थित मेधा सर्वो ड्राइव्स को 44 रेक के प्रणोदन और नियंत्रण उपकरण की आपूर्ति के लिए अनुबंध प्रदान किया। ट्रेन नंबर 22439 अप (दिल्ली-कटरा) 22440 डाउन (कटरा-दिल्ली)।
वंदे भारत एक्सप्रेस को 200 किमी/घंटा (120 मील प्रति घंटे) की अधिकतम गति से चलने में सक्षम होने के लिए डिज़ाइन किया गया है.(विकिपीडिया से)

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