Muzaffarpur 19 November : B.R.A. Bihar University वनस्पति विज्ञान विभाग में “एन इंट्रोडक्शन टू टूल्स एंड टेक्निक्स यूज्ड फॉर एनवायरमेंटल इंपैक्ट एंड एसेसमेंट” विषय पर आयोजित वर्कशॉप में मुख्य वक्ता अबरारुल हक, ग्रीन फील्ड एनवायरमेंट कंसल्टेंसी, सऊदी अरेबिया के विशेषज्ञ ने एनवायरमेंटल इंपैक्ट एसेसमेंट की जरूरत एवं इसमें प्रयोग किए जाने वाले विभिन्न पारामीटर्स के बारे में बताया।
B.R.A. Bihar University वर्कशॉप का आयोजन

कृषि प्रोजेक्ट को मंजूरी मिलने से पहले उस प्रोजेक्ट के चालू होने से उसका वातावरण पर क्या प्रभाव पड़ेगा इसका आकलन किया जाता है। इसमें मुख्य रूप से वायु प्रदूषण, ध्वनि प्रदूषण एवं जल प्रदूषण है। उन्होंने बताया कि पर्यावरणीय प्रभाव का आकलन करने के लिए कई उपकरण और तकनीकें इस्तेमाल की जाती है, जिसमें पर्यावरण प्रभाव आकलन, पर्यावरण स्कैनिंग इलेक्ट्रान माइक्रोस्कोप, रिमोट सेंसिंग उपकरण, जीआइ सिस्टम, ड्रोन, संवर्धित वास्तविकता जैसे उपकरण विनियमों और मानकों का पालन करते हुए अपने पर्यावरण प्रदर्शन को बेहतर बनाने में मदद करते हैं।
RDS College इतिहास विभाग में "मुजफ्फरपुर इतिहास के आईने में" https://t.co/D395n9LVEr #Muzaffarpur pic.twitter.com/RjpWM2uDEN
— RAJESH GOLTOO (@GOLTOO) November 18, 2024
विभागाध्यक्ष प्रो रंजना कुमारी ने मुख्य वक्ता का स्वागत किया और कहा कि उनके सारगर्भित वक्तव्य से शिक्षकों और छात्रों को बहुत कुछ सीखने को मिला है। पर्यावरण के क्षेत्र में आगे और भी वर्कशॉप आयोजित किए जाएंगे।
मंच संचालन डॉ गौरव पांडे एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ नीति किरण ने किया।
मौके पर प्रो नीलम कुमारी, डॉ पूनम, डॉ रितिका, डॉ गौरव पांडे समेत स्नातकोत्तर के छात्र-छात्राएं एवं शोधार्थी उपस्थित थे।