Malaviya Mission Teacher Training Centre मालवीय मिशन शिक्षक प्रशिक्षण केंद्र, बीआरएबीयू में नई शिक्षा नीति

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Muzaffarpur 18 January : Malaviya Mission Teacher Training Centre मालवीय मिशन शिक्षक प्रशिक्षण केंद्र, बीआरएबीयू में नई शिक्षा नीति- “ओरिएंटेशन और सेंनसेटाइजेशन” पर आठ दिवसीय ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत हुई।

शिक्षा ज्ञान का सच्चा पथ प्रदर्शन करती है- डॉ प्रमोद

Malaviya Mission Teacher Training Centre B.R.A.B.U.

मुख्य वक्ता के रूप में वरिष्ठ साहित्यकार एवं लेखक डॉ. प्रमोद कुमार सिंह ने कहा कि वैदिक युग से लेकर आज तक भारत में शिक्षा का मूल तात्पर्य यह है कि मानव जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में वह हमारा सच्चा पथ- प्रदर्शन करती है। ज्ञान मनुष्य का तीसरा नेत्र होता है जो उसे समस्त तत्वों के मूल को जानने में सहायता करता है तथा सही कार्यों को करने की विधि बताता है।

Malaviya Mission Teacher Training Centre

प्राचीन भारत के मनीषियों ने इस बात को भली भांति परिचित कराया है कि शिक्षा व्यक्ति के सर्वांगीण विकास, सामाजिक और राष्ट्रीय प्रगति तथा सभ्यता और संस्कृति के उत्थान के लिए अनिवार्य है। कार्यक्रम के दूसरे सत्र में डॉ. प्रमोद ने शिक्षा के उद्देश्य एवं वैदिक युगीन शिक्षा की विशेषताएं, एवं बदलते परिवेश में आज की नई शिक्षा प्रणाली पर विस्तार से प्रकाश डाला।

Malaviya Mission Teacher Training Centre नई शिक्षा नीति

यूजीसी-एमएमटीसी (एचआरडीसी) के निदेशक डॉ. राजीव कुमार झा ने बताया कि नई शिक्षा नीति पर ओरिएंटेशन और सेंसटाइजेशन कार्यक्रम 8 दिनों तक चलेगा। आठ दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम में महत्वपूर्ण विषय भारतीय शिक्षा प्रणाली, हॉलिस्टिक और मल्टीडिसीप्लिनरी शिक्षा, एकेडमिक लीडरशिप, उच्च शिक्षा और समाज, शोध और विकास, स्किल डेवलपमेंट, स्टूडेंट डाइवर्सिटी एवं इनफॉरमेशन एंड कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी पर विषय विशेषज्ञों द्वारा दो सत्र में व्याख्यान दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि कॉलेज एवं विश्वविद्यालय के सभी स्तर के शिक्षकों को इस प्रोग्राम को अनिवार्य रूप से करना है।

Malaviya Mission Teacher Training Centre मालवीय मिशन शिक्षक प्रशिक्षण केंद्र, बीआरएबीयू में नई शिक्षा नीति
Malaviya Mission Teacher Training Centre मालवीय मिशन शिक्षक प्रशिक्षण केंद्र, बीआरएबीयू में नई शिक्षा नीति

नई शिक्षा नीति के इस प्रोग्राम को चलाने के लिए बिहार में चार केंद्र बनाए गए हैं और पूरे देश भर में 111 केंद्र बनाए गए हैं। देश भर में 15 लाख प्राध्यापकों को नई शिक्षा नीति के इस अभियान से जोड़ना है। लगभग 200 शिक्षकों ने इस प्रोग्राम के लिए यूजीसी में रजिस्ट्रेशन कराया है। प्रोग्राम के अंतिम दिन एक टेस्ट परीक्षा ली जाएगी जिसमें अनिवार्य रूप से सबों को भाग लेना है। उसके बाद सभी रजिस्टर्ड प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट भी प्रदान किया जाएगा।


कार्यक्रम का संचालन आरबीबीएम कॉलेज मनोविज्ञान की प्राध्यापिका डॉ. सुनीता कुमारी ने किया एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ. ललित किशोर ने किया।

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